उत्तर प्रदेशलखनऊ

 कुवैत ​​​​​​​का नया नियम UP के लिए मुसीबत

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:नौकरी के लिए सऊदी अरब और कुवैत जाने वाले लोगों के लिए पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) मुसीबत बन गया है। सर्टिफिकेट के बिना वहां एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। 22 अगस्त को नया नियम लागू होने के बाद से करीब 40 हजार लोगों ने PCC के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, लेकिन अभी तक किसी को मंजूरी नहीं मिल सकी है।

इसके चलते वो लोग वापस नौकरी पर नहीं जा पा रहे हैं। पासपोर्ट, वीजा स्टैम्प, मेडिकल जांच और PCC आदि में 4 महीने से ज्यादा का समय लग रहा है। ऐसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। PCC कंपलसरी होने से पहले 20 दिन में ही सारी प्रक्रिया पूरी कर लोग फ्लाइट पकड़ लेते थे। UP से हर साल करीब डेढ़ लाख लोग कुवैत, सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देश जाते हैं।

अपराध मुक्त बनाने के लिए लागू किया नियम
जानकार बताते हैं कि सऊदी अरब और कुवैत ने अपने देश को अपराध मुक्त बनाए रखने के लिए भारत समेत विश्व के सभी देशों के लिए बीते 22 अगस्त से PCC कंपलसरी कर दिया है। इससे दोनों देश यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि केवल कानून का पालन करने वाले आदर्श नागरिक ही रोजगार के लिए आएं। PCC के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके लिए नवम्बर से पहले की तारीख नहीं मिल रही है। पुलिस थानों के अनुरोध पर पासपोर्ट ऑफिस PCC जारी करेंगे।

PCC बनने के बाद वीजा स्टैम्प होगा। इसमें एक से डे़ढ़ महीने का समय लगेगा। मेडिकल जांच में बीस दिन का समय लगेगा। इस पूरी प्रक्रिया में 4 महीने का समय लगेगा। PCC हासिल करने और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में जो समय लग रहा है‚ उससे उनको उतने महीने के वेतन का नुकसान हो रहा है। जबकि PCC में समय और उसकी फीस का नुकसान अलग है।क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय‚ लखनऊ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि PCC हासिल करने में आ रही दिक्कतों के बारे में जल्द ही विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि वीजा मिलने के बाद लोग जल्द से जल्द अपनी नौकरी पर जाना चाहते हैं‚ लेकिन अब इसमें बड़ा समय लग रहा है। टूरिस्ट के लिए पीसीसी अनिवार्य नहीं है। भारतीय पासपोर्ट धारकों को पीसीसी जारी किया जाता है। यदि उन्होंने रोजगार या दीर्घकालिक वीजा या आव्रजन के लिए आवेदन किया है।

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