उत्तर प्रदेशराज्य

 नाराजगी के बाद भी नहीं सुधर रहे स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग के हालात

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के डाक्टरों के तबादले में हुई गड़बड़‍ियों से जिलों में मरीजों की जांच और आपरेशन का संकट खड़ा हो गया है। जिलों से लगातार ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं। खुद जिलाधिकारी (डीएम) , मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) व अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकोंद्वारा जिलों में व्यवस्था चौपट होने की शिकायतें स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर की जा रही हैं।

यूपी में ज‍िला अस्‍पतालों से एनेस्थेटिक्स व पैथोलाजिस्ट के तबादले तो कर द‍िए गए पर उनकी जगह दूसरे डाक्‍टर न भेजने की वजह से अस्‍पतालों में जांच व आपरेशन का संकट खड़ा हो गया है। 

यह हाल तब है जब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पोर्टल पर डाक्टरों व कर्मियों से संबंधित आनलाइन जानकारी बीते दिसंबर 2021 से अपडेट करने में जुटा हुआ था। जिला महिला चिकित्सालय जौनपुर में वरिष्ठ परामर्शदाता व रेडियोलाजिस्ट के पद पर तैनात डा. अरव‍िंंद कुमार पांडेय इकलौते रेडिलाजिस्ट हैं। इनका तबादला मऊ कर दिया गया और इनकी जगह दूसरे की तैनाती नहीं की गई। इनके स्थानांतरित होने से पैथोलाजी जांच प्रभावित हो रही हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (प्रशासन) डा. राजा गणपति आर की ओर से ऐसे 77 स्वास्थ्य कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है, जो स्थानांतरण होने के बावजूद अब तक कार्यभार ग्रहण करने जिलों में नहीं पहुंचे हैं। कर्मियों को चेतावनी दी गई है कि अगर वह जल्द ज्वाइन नहीं करेंगे तो उन्हें निलंबित किया जाएगा।

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