उत्तर प्रदेशराज्य

संसद भवन परिसर में अब धरना

स्वतंत्रदेश, लखनऊ:संसद भवन परिसर में अब प्रदर्शन, धरना, भूख हड़ताल आयोजित नहीं किए जा सकते हैं। सचिवालय की ओर से परिपत्र जारी किया गया है। राज्यसभा के महासचिव के नए आदेश के अनुसार, संसद सदस्य किसी भी धरने या हड़ताल के लिए अब इस परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं। पीसी मोदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सदस्य किसी भी प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, उपवास, या किसी तरह के धार्मिक समारोह को करने के उद्देश्य से संसद भवन के परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं।इससे जुड़ा एक आदेश शेयर करते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है।  इस फैसले पर विपक्ष भड़क गया है। राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने भी इसपर ट्वीट किया। उन्होंने आदेश की कापी को शेयर करते हुए लिखा, ‘विश्वगुरु का नया काम- D(h)arna मना है।

राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी एक परिपत्र के अनुसार संसद भवन परिसर में धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

बिरला ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी शब्द को असंसदीय शब्दों के कोष में शामिल करने की व्यवस्था नई नहीं है, यह 1954 से अमल में है। बिरला ने यह स्पष्टीकरण इस मुद्दे पर विपक्ष के मोर्चा खोलने के बाद दिया। विपक्षी नेताओं ने इस सूची को संसद के भीतर विपक्ष की जुबान बंद करने की कोशिश करार दिया था। इनमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आप समेत सभी विपक्षी दल शामिल थे।

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