महिला को मारने वाला पिटबुल बेहद खतरनाक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ में पिटबुल डॉग ने 80 साल की महिला सुशीला त्रिपाठी की जान ले ली। यह घटना मंगलवार को कैसरबाग इलाके में हुई। इस घर में 2 पिटबुल और 1 लेब्राडोर पाला हुआ था। जिस डॉग ने हमला किया, वह बंधा नहीं था। महिला डॉगी को खाना देने गई थी। इस घटना के बाद लोग डॉग एक्सपर्ट से सलाह ले रहे हैं।
बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत
डॉग ट्रेनर डॉ. एपी यादव ने बताया,”इंडिया में होने वाली डॉग बाइट की कुल घटनाओं में एक तिहाई के पीछे पिटबुल होते हैं। इस नस्ल का डॉग अग्रेसिव टेम्परामेंट का होता है। इसीलिए इसकी रेगुलर काउंसलिंग बहुत जरूरी होती है। ये नस्ल प्योर ब्रीड नहीं, बल्कि क्रॉस ब्रीड है। इसको पैदा करने के पीछे अमेरिका जैसे देशों में वाइल्ड स्पोर्ट्स-डॉग फाइटिंग के गेम्स थे। बाद में इसकी ग्लोबल डिमांड बढ़ी।सुझाव ये हैं कि इसे घर में न पाले। अगर पालते हैं, तो घर में बच्चों और बुजर्गों पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि ये कभी भी हमलावर हो सकते हैं।
एक्सपर्ट पिटबुल को घरों में पालने से बचने की सलाह देते हैं। बेहतर होगा कि इन्हें फार्महाउस में रखें। पिटबुल की जगह लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बीगल डॉग, गोल्डन रिट्रीवर और पामेरियन नस्ल के डॉग पाल सकते हैं।