उत्तर प्रदेशलखनऊ

सीएम योगी के बेरोजगारी कम होने वाले दावे में झोल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि 2016-17 में यूपी में बेरोजगारी दर 18% थी, जो अब घटकर 2% हो गई है। लेकिन हमने जब बेरोजगारी के आंकड़ों को खंगाला तो इस दावे में एक झोल नजर आया।

सीएम योगी के बेरोजगारी कम होने वाले दावे में झोल

दावा: 2017 में बेरोजगारी दर 18% थी, 2022 में घटकर 2% हो गई।
योगी जी के दावे के दो भाग हैं। पहला, 2017 में बेरोजगारी दर 18% थी। वहीं CMIE यानी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के हिसाब से जून 2016 में बेरोजगारी दर 18% थी। जबकि मार्च 2017 में, जब योगी सीएम बने उस वक्त बेरोजगारी दर घटकर 2.4% हो गई थी।

दूसरा, योगी जी के हिसाब से 2022 में बेरोजगारी दर घटकर 2% हो गई। CMIE हर महीने बेरोजगारी के आंकड़े जारी करता है। जून 2022 में बेरोजगारी दर 2.8% रही। बेरोजगारी दर मार्च 2017 में 2.4% और जून 2022 में 2.8% रही। यानी बेरोजगारी दर असलियत में कम नहीं हुई बल्कि 0.4% बढ़ी है।

योगी जी ने 2022 चुनाव में किया था 14.6% बेरोजगारी दर कम होने का दावा
 
फरवरी 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त भी योगी जी ने बेरोजगारी कम होने का दावा किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में बेरोजगारी दर 17.6% थी, वहीं 2017 में उनकी सरकार आने के बाद बेरोजगारी दर सबसे निचले स्तर पर आ गई है। 3% हो गई है।

 योगी जी के ट्वीट में लिखी ये बात सच है कि 2017 से पहले यूपी में बेरोजगारी दर 17.6% थी। लेकिन फरवरी 2017 में ये दर गिरकर 3% पर आ गई थी। वहीं योगी जी मार्च 2017 में पहली बार सीएम बने। यानी योगी सरकार आने के बाद नहीं, सरकार बनने से पहले ही बेरोजगारी दर 3% पहुंच गई थी।

Related Articles

Back to top button