उत्तर प्रदेशराज्य

पैसा नही देने पर वेंटिलेटर से हटाया, हुई मौत

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:आईटी चौराहा स्थित विवेकानंद अस्पताल पर एक मरीज के परिजनों ने सनसनीखेज आरोप लगाया है। यहां दो दिन पहले इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। पीड़ित परिवारीजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने पैसे जमा करने में देरी होने पर इलाज रोक दिया। मंगलवार को पीड़ित परिवारीजनों ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से गुहार लगाई। मामले की जांच की मांग की है। तीन महीने पहले विवेकानंद अस्पताल में इलाज शुरू करवाया। जांच में एक्यूट पैंकिटाइटिस का पता चलने पर ऑपरेशन की सलाह दी गई। 21 मई को भर्ती कराया गया। पत्नी विभा शुक्ला ने बताया कि पति को वेंटिलेटर पर भर्ती किया गया। रोजाना 25 हजार रुपये का खर्च हो रहा था। 3 जून को फीस जमा करने में देरी हुई तो बिना पैसे जमा किए इलाज रोकने की चेतावनी दी गई। इस बीच उनकी फाइल में लिखा दिया कि पैसा न जमा तो इलाज रोक दिया जाए। जबकि सारे पैसे समय पर जमा किए। चार जून को मरीज की मौत हो गई।

लखनऊ के इसी अस्पताल में भर्ती मरीज को समय से पैसा न देने के कारण वेंटिलेटर से हटा दिया गया। 

 विवेकानंद पॉलीक्लीनिक के प्रशासनिक अफसर डॉ.विशाल ने बताया कि तीमारदारों के आरोप बेबुनियाद हैं। मरीज पहले भी भर्ती किया गया था। ठीक होने के बाद घर गया। इस बार गंभीर अवस्था में अस्पताल में लाया गया। दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह भी दी गई थी। करीब 60 हजार रुपये परिवारीजनों ने जमा नहीं किए थे। मौत के बाद उसे भी माफ कर दिया गया। 

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