अधिकारियों पर सीएम का आदेश भी बेअसर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:प्रदेश में सड़क सुरक्षा अभियान जोर शोर से चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त हिदायत के बाद भी अफसर सक्रिय नहीं हो रहे हैं। डग्गामार वाहन बदस्तूर चल रहे हैं । यह हम नहीं कह रहे, बीते तीन दिन की घटनाएं बता रही हैं।
प्रदेश में सड़क सुरक्षा अभियान 19 मई से शुरू हुआ है। पिछले तीन दिनों में सड़क हादसे में यूपी के विभिन्न जिलों में 38 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें दो पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। इसमें सिद्घार्थनगर में खड़ी ट्रेलर में बोलेरो घुसने से सात लोगों की मौत हो गई। यह सभी बाराती थे। इसी तरह बलरामपुर में 20 मई को ट्रक्टर ट्राली और तेज रफ्तार बोलेरो की टक्कर में भी 6 बारातियों की मौत हो गई। वहीं आजमगढ़ में ऑटो और पिकअप की टक्कर में तीन लोगों की जान चली गई।
वहीं लखनऊ में विभिन्न थाना क्षेत्रों में तीन दिनों में सात लोगों की सड़क हादसे में जान जा चुकी है। इसमें कहीं तेज रफ्तार वजह बनी और कहीं शराब पीकर गाड़ी चलाना महंगा पड़ा। 20 मई को ही शाहजहांपुर में तेज रफ्तार कार ने एक दरोगा को टक्कर मार दी, मौके पर मौत हो गई। इसी तरह अलीगढ़ में भी सड़क हादसे में एक मुख्य आरक्षी की जान चली गई। गाजीपुर में सड़क हादसे में बाप बेटे की जान चली गई। इसके अलावा हरदोई और बिजनौर में भी सड़क हादसे में दो-दो लोगों की जान गई। 9 अन्य हादसों में भी नौ लोगों की जान जा चुकी है। यह वह घटनाएं हैं जिसमें मौके पर ही हादसे के शिकार व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
अभियान की वजह से पुलिस का रेट जरूर बढ़ जाता है। देखना यह है कि मुख्यमंत्री की इस बार की सख्ती का कितना असर पुलिस कर्मियों पर होता है।