उत्तर प्रदेशराज्य

सड़क हादसों में सर्वाधिक मौतें उत्तर प्रदेश में

 स्वतंत्रदेश,लखनऊ:देश में सड़क हादसों में लगातार छह साल से सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं। हादसों में तो प्रदेश में कमी आयी है पर मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता रहा है। वर्ष 2021 में प्रदेश में 21,227 लोगों की मौत हुई।

यूपी में सड़क हादसे कम होने का नाम ही नहीं ले रहे। जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं।

आकंड़ों के मुताबिक सड़क दुर्घटना में प्रति वर्ष 23.05 फीसद मौत 18-25 आयु वर्ग के युवाओं की होती है। यह युवा देश और अपने परिवार का भविष्य होते हैं।सड़क हादसों में मौतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने टीम नौ के सभी सदस्यों को स्कूल, कालेजों, सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सड़क हादसों में कमी लाने के लिए शहर के अंदर और हाईवे पर अवैध पार्किंग में खड़े भारी वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करने। रोड इंजीनियरिंग कर सड़क की खामियां दुरस्त करने, ब्लैक स्पाट की व्यवस्थाएं ठीक कराने को कहा है।

  • हेलमेट बीआइआएस (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) होना चाहिए।
  • या फिर आइएसआइ मार्का और 4151 स्टैंडर्ड का होना चाहिए।
  • हेलमेट की स्ट्रिप अवश्य बांधे। बिना स्टिप बांधे हेलमेट कतई न चलाएं।
  • हेलमेट पहनते समेय ठुड्ढी और स्ट्रिप में एक अंगूठे का गैप होना चाहिए।
  • हेलमेट के अंदर का कुसन ठीक होना चाहिए। वह टूटा न हो।
  • हेलमेट को तीन से चार साल में अवश्य बदल देना चाहिए। अगर वह सही हो तब भी।
  • अगर हेलमेट चटका या फटा हो तो उसका प्रयोग न करें।

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