गायों की सेवा करो, रोज नवाओ शीश
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:गाय का उल्लेख हमारे वेदों में भी पाया जाता है। गाय को देव तुल्य स्थान प्राप्त है। कहते हैं कि गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। गाय को पालने का चलन बहुत पुराना है। अगर घर में गाय का वास होता है उस घर के सारे वास्तु-दोष अपने आप खत्म हो जाते हैं। इतना ही नहीं, उस घर में आने वाली संकट भी गाय अपने ऊपर ले लेती है। हिंदू धर्म में गौ माता को काफी ऊंचा दर्जा दिया गया है, यही कारण है कि भारत में गौ माता को मां कह के बुलाया जाता है और गौ माता की पूजा की जाती है। हिंदू संस्कृति में भी गौमाता का कई बार उल्लेख किया गया है। भगवान की कथाएं हो या फिर राजा महाराजाओं की कहानी सब जगह गाय को गौ माता के नाम से पुकारा है। भारत में कई ऐसे त्यौहार आते हैं जिनमें गौ माता की पूजा की जाती है।कल दिनाक 8 मई को सनातन हिन्दू महासभा द्वारा गौ माता की सेवा कर मातृ दिवस मनाया गया ।इस कार्य द्वारा समाज को गौ माता के प्रति मातृ भावना जगाने का एक छोटा सा प्रयास लवकुश शुक्ला द्वारा किया गया।
हिन्दू धर्म में गाय को देवी माँ का दर्ज़ा दिया जाता है ऐसी मान्यता है की गाय मे 33 करोड़ देवी देवताओं का निवास है। इसलिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को गाय की सेवा करनी चाहिए।हमें अपने आस पास गौ माता के प्रति ध्यान रखना चाहिए इस मुहीम को लवकुश शुक्ला आगे बढ़ा रहे है और हम सभी को अपनी जननी गौ माता का ध्यान रखना चाहिए।
गो माता करतीं सदा, भव सागर से पार ।
इनकी तुम सेवा करो, जीवन देंगी तार ।।