उत्तर प्रदेशराज्य

अखिलेश, शिवपाल और प्रियंका ने उठाए सवाल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश के ललितपुर में सामूहिक दुष्‍कर्म की शिकार किशोरी से थाने में दुष्कर्म की घटना पर सियासत भी गरमाने लगी है। विपक्ष इस मद्दे को जोरशोर से उठाते हुए योगी सरकार की घेराबंदी में जुट गया है। समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पीड़ि‍ता और उसके परिवार से मिलने के लिए रवाना हो गए हैं, जबकि उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कहा है कि ‘बुलडोजर’ के शोर में कानून-व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है।

ललितपुर में थाने में सामूहिक दुष्‍कर्म पीड़ि‍ता के साथ दुष्कर्म की घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। 

ललितपुर के पाली थाने में सामूहिक दुष्‍कर्म पीड़ि‍ता के साथ दुष्कर्म की घटना ने वर्दी को दागदार करने के साथ पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। अब तक पीड़िता की मौसी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि निलंबित किया जा चुका आरोपी थानेदार तिलकधारी सरोज अब तक फरार है। पुलिस की तीन टीमें सरोज और अन्‍य आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।

इस बीच उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो गई। बुधवार को पीड़िता से मिलने के लिए रवाना होने से पहले सपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में लिखा कि ‘न्‍याय को ही लोगों के दरवाजे तक नहीं पहुंचना होता है…कभी-कभी न्याय की पुकार के लिए भी लोगों के दरवाजे तक जाना होता है।’

प्रसपा के अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी की है। उन्‍होंने ट्वीट में लिखा-‘ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा दुष्‍कर्म की घटना पुलिस व्यवस्था की निष्ठुरता व नृशंसता की बानगी भर है। न जाने कितनी निरीह बेटियां ऐसी होंगी जिनके अपमान की करुण कथा नौकरशाही व पुलिस व्यवस्था की परिधि से बाहर ही न आ पाती होंगी।’

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