उत्तर प्रदेशराज्य

 संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की विशेष नजर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में मंगलवार को ईद-उल-फितर पर 2846 संवेदनशील स्थानों समेत 31,151 स्थानों पर नमाज होगी। इसको लेकर यूपी पुलिस ने व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। इसको लेकर प्रदेश भर में 46 कंपनी पीएसी, सात सीएपीएफ कंपनी के साथ चार डिप्टी एसपी अतिरिक्त लगाए गए हैं। इसके साथ ही जिला पुलिस ड्रोन व सीसीटीवी कैमरे की मदद नमाज स्थलों व मिश्रित आबादी पर नजर रखेंगे।

संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की विशेष नजर

हर सूचना पर पहुंचे थाना पुलिस, अफवाहों का करें खंडन : एडीजी एलओ प्रशांत कुमार

एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को नियमानुसार ईद का त्योहार मनाने के निर्देश देते हुए कहा कि कोई नई परम्परा का आरम्भ न हो। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इसके लिए पीस कमेटी के लोगों के साथ अपने सोर्स से लगातार संपर्क में रहें। ईद की पूर्व रात्रि से ही सभी मस्जिदों व ईदगाहों के आस-पास पुलिस पैट्रोलिंग करें। हर छोटी से छोटी सूचना पर पहुंचने के साथ अराजक तत्वों पर नजर रखें। जिससे कोई आपत्तिजनक हरकत की जानकारी होते ही तत्काल कार्रवाई की जा सके। दूसरी तरफ सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 24 घंटे नजर रखें। जिससे किसी भी अफवाह का खंडन और आपत्तिजनक तथ्यों का प्रसार रोका जा सके। इसके लिए मुख्यालय व जिलों पर सोशल मीडिया सेल को भी विशेष रूप से एक्टिव रखा जाए।

धर्म गुरुओं संग 29,808 बैठक, हर गतिविधि पर नजर

पुलिस मुख्यालय के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस त्यौहार को शांति पूर्वक मानने के लिए लगातार अपील कर रही है। इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम के साथ ही पीस कमेटी की लगातार बैठक कर रही है। इसी क्रम में धर्मगुरूओं के साथ 29,808 बैठकें की जा चुकी हैं। वहीं उनकी सहमति के आधार पर 60,150 लाउडस्पीकर हटाने के साथ 60,178 लाउडस्पीकरों की आवाज कम की गयी है। साथ ही पीस कमेटी के माध्यम से संवेदनशील स्थानों पर लगातार नजर रखी जा रही है।

ईदगाह के आसपास आवारा पशुओं पर नगर निगम रखेगा नजर

पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिलों के कप्तान को निर्देश दिए गए हैं कि नमाज स्थल के आसपास आवारा पशु न आ सकें। इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों से बात कर इसे सुनिश्चित करें। साथ ही विद्युत विभाग, जल-कल विभाग, नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर पानी, साफ-सफाई व बिजली की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिससे कोई आपात स्थित उत्पन्न न हो।

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