पीएम से लेकर राज्यों के सीएम ने दी श्रद्धांजलि
शहीद दिवस के मौके पर आज देश उन वीरों को नमन कर रहा है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया था। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव ये वो नाम हैं जिनका कर्ज पूरा भारत कभी नहीं उतार पाएगा। 1931 को आज ही के दिन इन तीनों को अंग्रेज हुकूमत ने लाहौर के सेंट्रल जेल में फांसी दी थी। आजादी के इन दिवानों का अंग्रेजों के दिलों में इस कदर खौफ था कि उन्हें तय समय से पहले ही फांसी दे दी गई थी। इन तीनों को ही 1928 में अंग्रेज अफसर जान सोंडर्स की हत्या का दोषी ठहराया गया था। जिस वक्त इन तीनों ने हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमा था उस वक्त भगतसिंह की उम्र केवल 23 वर्ष, राजगुरु की 22 वर्ष और सुखदेव भी 23 वर्ष के थे। आज इन तीनों की शहादत को पूरा देश नमन कर रहा है। प्रधानमंत्री से लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी इन शहीदों को सोशल मीडिया के जरिए नमन किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन।
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे मजबूत स्तंभ हैं जिनकी देशभक्ति व मातृभूमि के प्रति समर्पण ने न सिर्फ जीते जी जन-जन में विदेशी शासन के अत्याचारों के विरुद्ध स्वाधीनता की अलख जगाई बल्कि उनका बलिदान आज भी हर भारतीय को राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित करता है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन के अमर प्रतीक शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के शहीदी दिवस पर मैं उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं। देश के इन वीरों के अमर बलिदान का हर देशवासी सदा ऋणी रहेगा।