दो दिन खेली जाएगी होली
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:होली की रौनक से बाजार सजे हैं। गुरुवार को होलिका दहन के बाद रंग बरसेगा। शहर में दो दिन होली खेली जाएगी। कहीं रंग तो कहीं फूलों की होली खेली जाएगी। शहर में दोनों ही दिन विविध आयोजन भी हो रहे हैं। वेदविद्यालय, हनुमान सेतु के वेदाचार्य गोविंद कुमार शर्मा के अनुसार पूर्णिमा में होलिका दहन के बाद प्रतिपदा में रंगोत्सव मनाया जाता है, रंग की होली खेली जाती है। उसके बाद 18 मार्च शुक्रवार को मध्याह्न 12:53 बजे से प्रतिपदा तिथि लग जाएगी जो 19 मार्च शनिवार को मध्याह्न 12:13 बजे तक रहेगी। अत: 18 या 19 मार्च में से दोनों दिन या किसी एक दिन रंगोत्सव मनाया जा सकता है।
भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि होलिका दहन के लिए उत्तम मानी जाती है। भद्रा मुख में होलिका दहन नहीं करना चाहिए। पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दिन में 1:29 बजे से शुरू होकर अगले दिन 12:47 बजे तक रहेगी। इस बीच 17 मार्च को भद्रा दोपहर 1:29 बजे शुरू होकर रात 1:12 बजे तक रहेगा। वहीं, भद्रा पूंछकाल रात 9:06 बजे से 10:16 बजे तक एवं भद्रा मुखकाल रात 10:16 से रात 12:13 बजे तक रहेगा। धर्मसिंधु ग्रंथ मान्यता अनुसार भद्रा मुख में होलिका दहन कदाचित नहीं करना चाहिए। यदि भद्रा मध्य रात्रि तक व्याप्त हो तो ऐसी परिस्थिति में भद्रा पूंछ के दौरान होलिका दहन किया जा सकता है। हाेलिका दहन भद्रा पूंछकाल में रात 9:06 से रात 10:16 बजे के बीच या भद्रा समाप्ति रात 1:13 बजे के बाद किया जा सकता है।