जनता सपा की सरकार बनाने जा रही है
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प मुकाबले में से एक राजधानी लखनऊ की सरोजनी नगर सीट हो गई है। यहां पर भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। भाजपा ने यहां की सिटिंग MLA को टिकट न देकर हाई प्रोफाइल कैंडिडेट राजेश्वर सिंह को मैदान में उतारा है। जवाब में सपा ने भी हाई प्रोफाइल कैंडिडेट प्रोफेसर अभिषेक मिश्रा को टिकट देकर चुनावी रोमांच को बढ़ा दिया है।
आप अपनी ट्रेडिशनल सीट लखनऊ उत्तर छोड़कर सरोजनी नगर क्यों आ गए?
जवाब : किसी की कोई ट्रेडिशनल सीट नहीं होती है। हमने देखा है कुछ लोग गुजरात छोड़कर बनारस लड़ने आ गए। मेरी विधानसभा सीट पहले लखनऊ उत्तर थी जो सरोजनी नगर से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है। मैं लोकसभा चुनाव लड़ चुका हूं, 2014 से पूरे क्षेत्र में सीधा जुड़ा हूं। लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद लोगों के यहां आना-जाना, उनसे मिलना और उनके सुख-दुख में शरीक होना लगा रहा।
इस बार के चुनाव में ऐसी कौन सी स्ट्रैटजी आप अपना रहे हैं, जिससे BJP को परास्त कर देंगे?
जवाब : बहुत सीधा-सा तरीका है, डेमोक्रेसी में लोगों के बीच रहना और उन्हें यह विश्वास दिलाना कि हम ही हैं जो आपके बीच रहकर सुख-दुख के साथी बनेंगे। कोरोना का हवाला देकर दो साल तक स्कूल बंद रहे। चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के पास कोरोना नहीं है। कोरोना में गंगा में लाशें बहीं, जिनको बता रहे थे कि बिहार से उल्टी तैर कर आ रही हैं। उस समय JCB से लाशें दबाई गई थीं। प्रदेश के लोगों को सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर छलने का काम भाजपा ने किया है।
आपका मुकाबला राजेश्वर सिंह से है, आप किन मुद्दों पर उनसे आगे हैं?
जवाब : सभी मुद्दों पर हम उनसे आगे हैं, क्योंकि देश की जनता आज पूछ रही है कि आपने इतने सालों में क्या किया है। कौन-सा आपने अस्पताल बना दिया ? कौन-सी शिक्षा की व्यवस्था कर दी? कहां पर आपने व्यापार बढ़ा दिया ? आज डिप्टी चीफ मिनिस्टर लेवल के लोग भी दौड़ाए जा रहे हैं, उनके खिलाफ नारे लग रहे हैं। लोगों को BJP ने बहुत प्रताड़ित किया है। सपा के हक में सरोजनी नगर की जनता मन बना चुकी है।
सपा में टिकट बंटवारे पर अंदरुनी असंतोष भी रहा। सरोजनीनगर सीट पर भी शारदा प्रताप शुक्ला का विरोध दिखा?
जवाब : अगर सरोजनी नगर सीट से टिकट कटा है तो भारतीय जनता पार्टी के सिटिंग विधायक और मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कटा है। मुझे यह लगता है हर आदमी यह कह रहा था कि स्वाति सिंह को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और संगठन का आशीर्वाद प्राप्त है। टिकट वाली बात है तो फिर से यह कहना चाहूंगा कि कुछ लोग (पीएम नरेंद्र मोदी) गुजरात छोड़कर बनारस आ गए और अब राजेश्वर सिंह गाजियाबाद छोड़कर लखनऊ आ गए…यह तो राजनीति का तरीका है।