सीएमओ ऑफिस की गाड़ियों के पहिये हो गए फेल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:सीएमओ कार्यालय में दो दिनों से अफसरों की सरकारी गाड़ियों के पहिए थम गए हैं। तेल कंपनी को बकाया बिल का भुगतान न मिलने से कंपनी ने तेल देने से मना कर दिया। डीजल न होने से सभी गाड़ियां कार्यालय परिसर में खड़ी कर दी गई। ऐसे में डिप्टी सीएमओ से लेकर एडिशनल सीएमओ अपने-अपने कमरे में बैठे रहे। इससे सारा कार्य प्रभावित हो रहा है।
सरकारी गाड़ियों में डीजल न होने से अफसर फील्ड पर भी नहीं निकल पाए। अफसरों का कहना है कि डीजल मद में भुगतान के लिए महानिदेशालय पत्र भेजा गया है। बजट आने पर कंपनी को भुगतान किया जाएगा।सीएमओ के अधीन करीब एडिशनल-डिप्टी सीएमओ मिलाकर नौ अफसर तैनात हैं। हर अफसर को सरकारी गाड़ी मुहैया कराई गई है। महानिदेशालय से डीजल भुगतान किया जाता है। तेल कंपनी को छह माह से भुगतान नहीं किया गया था। करीब 16 लाख रुपए से अधिक बकाया हो चुका था। तेल कंपनी ने भुगतान के लिए कई रिमांइडर भेजे। विभाग ने उसे अनदेखा कर दिया। सोमवार को तेल लेने के लिए सरकारी गाड़ियां पंप पर पहुंची तो कंपनी ने बिना भुगतान तेल देने से मना कर दिया।
सीएमओ के अधीन करीब एडिशनल-डिप्टी सीएमओ मिलाकर नौ अफसर तैनात हैं। हर अफसर को सरकारी गाड़ी मुहैया कराई गई है। महानिदेशालय से डीजल भुगतान किया जाता है। तेल कंपनी को छह माह से भुगतान नहीं किया गया था। करीब 16 लाख रुपए से अधिक बकाया हो चुका था। तेल कंपनी ने भुगतान के लिए कई रिमांइडर भेजे। विभाग ने उसे अनदेखा कर दिया। सोमवार को तेल लेने के लिए सरकारी गाड़ियां पंप पर पहुंची तो कंपनी ने बिना भुगतान तेल देने से मना कर दिया।ड्राइवरों ने इसकी जानकारी सीएमओ को दी। सीएमओ ने बकाया भुगतान के लिए महानिदेशालय को पत्र भेजा है। जहां से भुगतान की प्रक्रिया अभी लंबित हैं। सरकारी गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अफसर फील्ड पर नहीं गए। गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अफसर टीकाकरण केंद्र पर निगरानी के लिए भी नहीं जा सके। सीएमओ डॉ. मनोज के मुताबिक, तेल की समस्या का समाधान किया जा रहा है। कंपनी को भुगतान कराए जाने की कोशिश की जा रही है।