ये ओमिक्रॉन का डाउनफाल तो नही
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:ओमिक्रॉन के ज्यादा संक्रामक होने के दावों के बीच यूपी में कोरोना के नए वैरिएंट का असर कमजोर पड़ता दिख रहा है। कोरोना केस के जो ट्रेंड सामने आ रहे है उनसे साफ है कि डेल्टा वैरिएंट के पीक के मुकाबले ओमिक्रॉन के केस इससे आधी से भी कम है। हालांकि पहले संक्रमण ने तेजी से रफ्तार पकड़ी, और यह भी लगा कि जल्द ही सक्रिय केस का आंकड़ा डेढ़ लाख के पार होगा। इस बीच एक सप्ताह बीतते ही प्रदेश में रिकवर होने वाले आंकडे तेजी से बढ़े। दिल्ली NCR के वो सभी जनपद जो कोरोना का एपिसेंटर बनकर उभरे थे, वहां रिकवरी रेट डेढ़ सौ फीसदी तक रही। वही नए केस भी कम होते दिखे। यही कारण है कि कई विशेषज्ञ इसे रिवर्स रफ्तार करार देते हुए तीसरी लहर का डाउन फाल करार दे रहे है।
दिसंबर 2021 के शुरुआत में ही इस बात के प्रबल संकेत मिल रहे थे कि जल्द ही तीसरी लहर दस्तक देगी।वही जनवरी आते ही ताबड़तोड़ केस ओमिक्रॉन की आमद दर्ज करा चुके थे। तेजी से बढ़ रहे संक्रमितों की संख्या लगातार पुराने सभी ट्रेंड से कई गुना आगे थी। पर महज एक पखवाड़ा बीतते यह यू टर्न के साथ रिवर्स रफ्तार पकड़ चुकी है। खास बात यह है कि एक तरफ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है वही आम नए मामलों में भी कमी देखी जा रही है।