अमेरिका से बेहतर कोविड मैनेजमेंट- दावा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश का कोरोना मैनेजटमेंट अमेरिका से भी बेहतर है। उनका कहना है कि वैक्सीनेशन हो या मरीजों का इलाज और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, हर चीज में उत्तर प्रदेश को सीएम योगी अव्वल बताते हैं। मैनेजमेंट का तो पता नहीं, मगर एक चीज में यूपी ने बढ़त ले ली है। यूपी में 1700 कोरोना संक्रमित गायब हैं।
यानी, इन लोगों ने जांच के सैंपल देते वक्त जो पता दर्ज करवाया था वह ही गलत निकला। दिक्कत ये है कि अभी एक संक्रमित व्यक्ति 4 लोगों को संक्रमित कर रहा है। यानी, 1700 लोग अब तक 6800 लोगों को संक्रमित कर चुके होंगे। ये 6800 आगे 27 हजार से ज्यादा को संक्रमित कर सकते हैं। लापता संक्रमित तो सिर्फ एक पहलू है। यूपी में कोविड मैनेजमेंट क्या वाकई अमेरिका से बेहतर है?प्रदेशभर में रोजाना महज ढाई लाख के आसपास लोगों की जांच ही की जा रही है। इनमें से पॉजिटिव आने वाले सभी लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करनी होती है और अभी वह भी नहीं हो पा रही है। इसके अलावा जांच रिपोर्ट में देरी और जीनोम सीक्वेंसिंग की कम संख्या भी कोरोना मैनेजमेंट पर सवालिया निशान लगाते हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक मिसमैनेजमेंट यह भी है कि संक्रमितों के संपर्क में आने के बाद आरटीपीसीआर जांच कराने वाले लोगों को 24 घंटे में रिपोर्ट देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह रिपोर्ट 72 घंटे में भी नहीं दी जा रही है। पूरे प्रदेश में हजारों लोग रिपोर्ट के इंतजार में आइसोलेशन में पड़े हैं। पड़ताल के मुताबिक चिकित्सा विश्वविद्यालय में रोजाना 12 हजार आरटीपीसीआर हो रहे हैं। वहीं संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एक समय में 6 से 7 हजार सैंपल की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। दोनों लैब की क्षमता इससे कहीं ज्यादा है। फिर भी रिपोर्ट लोगों को 72 घंटे से पहले रिपोर्ट नहीं मिल रही है।