तीसरे दिन भी विरोध जारी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ में अपनी मांगों को लेकर राजधानी सहित चार अन्य जिलों के महाविद्यालयों के शिक्षकों का विरोध तीसरे दिन भी जारी है। शिक्षकों ने कक्षाओं में कालाफीता बांध कर छात्र-छात्राओं को पढ़ाया। तीन दिन के विरोध के बाद भी अभी तक शासन की ओर से उनकी मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लिहाजा, लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालयके नेतृत्व में शिक्षक सोमवार से अपने-अपने कालेज में आधे घंटे धरने पर बैठेंगे। इसके बाद भी तीन दिन में मांगों पर सुनवाई न हुई तो परीक्षा बहिष्कार पर निर्णय होगा।
लुआक्टा के नेतृत्व में लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी और रायबरेली के महाविद्यालयों के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर नौ दिसंबर से कालाफीता बांध कर विरोध कर रहे हैं। शनिवार को सीतापुर रोड स्थित शिया पीजी कालेज, शिया गर्ल्स कालेज, नारी शिक्षा निकेतन महाविद्यालय, आरएमपी पीजी कालेज सीतापुर सहित अन्य जिलों में शिक्षक विरोध में शामिल हुए।
शिक्षकों ने आनलाइन पढ़ाया, फिर भी छुट्टियों में कटौतीः महामंत्री डा. अंशु केडिया का कहना है कि राज्य सरकार ने प्रोफेसरशिप के लिए जो शासनादेश जारी किया है, उसमें काफी विसंगति है। इसके अलावा शिक्षकों के अवकाश के संबंध में जो शासनादेश जारी हुआ है, उसमें छुट्टियों में कटौती कर दी गई। जबकि कोविड काल में भी शिक्षकों ने आनलाइन पढ़ाकर अपना लक्ष्य पूरा किया। शिक्षकों की सभी मांगे जायज हैं, इसलिए आंदोलन जारी है।