उत्तर प्रदेशलखनऊ

चुनाव से पहले प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण का मुद्दा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा उठने लगा है। अखिलेश यादव पहले ही अपना समर्थन दे चुके हैं तो अब उनके चाचा शिवपाल यादव ने भी पैरवी की है। उन्होंने सरकारी फार्मूले को लागू किए जाने की मांग की है। बसपा भी समय-समय पर इस मुद्दे का समर्थन करती रही है। हालांकि कांग्रेस ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

जाति आधारित जनगणना कराने के साथ निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण को लागू करने की मांग



नौकरियों में सवर्ण वर्ग का कब्जा
उन्होंने कहा कि आज भी केंद्र सरकार की ग्रुप ए की नौकरियों में सवर्ण 68, ओबीसी 13, एससी 13, एसटी 6% हैं। देश के 496 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों में 448 सवर्ण हैं। 43 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 95% प्रोफेसर, 92.9 % एसोसिएट प्रोफेसर, 66.27% एसिसटेंट प्रोफेसर सवर्ण हैं। ऐसे में देखा जाए तो यहां भी ठीक से आरक्षण सिस्टम लागू नहीं किया गया है।

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