उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रदेश नागर विमानन प्रोत्साहन नीति-2017 का असर दिखने लगा है। प्रदेश में 17 नये रूट पर हवाई सेवा शुरू करने की केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके तहत प्रदेश के मंडल मुख्यालय को राजधानी लखनऊ के साथ अन्य प्रमुख शहरों के लिए हवाई यातायात सेवा शीघ्र ही संचालित होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों कुशीनगर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ निरीक्षण किया था। इसके साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर भी जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कार्य की प्रगति की समीक्षा भी की थी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री पुरी तथा उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी थे। इस दौरान चित्रकूट के साथ अयोध्या तथा सोनभद्र पर विशेष फोकस था।
केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद अब शीघ्र ही उत्तर प्रदेश में 17 नए रूट पर विमान सेवाएं शुरू होंगी। केंद्र सरकार ने यह उड़ान सेवाए संचालित करने की मंज़ूरी दे दी है। केंद्र सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम तहत 17 नये मार्गों पर विमान सेवाए संचालित करने की मंज़ूरी दे दी है। राज्य सरकार ने बीते महीने ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को प्रदेश नये हवाई मार्ग पर आरसीएस के तहत हवाई सेवा संचालित करने का प्रस्ताव दिया था।
बीते सप्ताह सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पूरी के साथ अयोध्या, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट निर्माण की समीक्षा के दौरान इन नए हवाई मार्गों की मंज़ूरी आग्रह किया था। जिसके बाद यूपी के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी गई है। अब इस मंजूरी को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में विमानों के संचालन पर अधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
उत्तर प्रदेश में पहली बार 2017 में नागर विमानन प्रोत्साहन नीति लागू की गई है। इस नीति में राजधानी लखनऊ को अन्य राज्यों की राजधानियों से जोडऩे के साथ-साथ लखनऊ को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों से वायु सेवा के माध्यम से जोडऩे को प्राथमिकता दी गई है। उत्तर प्रदेश में एक अप्रैल 2017 तक जहां 17 घरेलू व 8 विदेशी उड़ानें थी। वहीं 16 मार्च 2020 तक घरेलू उड़ानों की संख्या तीन गुनी हो गयी है। इस दौरान 51 घरेलू के साथ 12 उड़ानें भी प्रदेश से प्रारंभ हुई।
राज्य के कुल हवाई यात्रियों की संख्या में 9.58 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। गोरखपुर, प्रयागराज और कानपुर में हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली। इसके साथ ही अब मेेरठ, अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट, सोनभद्र, सहारनपुर, झांसी, गाजीपुर और बरेली में हवाई सेवा की शुरुआत के लिए एयरपोर्ट तैयार किए जा रहे हैं। वाराणसी और लखनऊ में एयरपोर्ट के विस्तार की योजना है। वाराणसी में अतिरिक्त 350 एकड़ भूमि एयरपोर्ट के विस्तार के लिए क्रय की जा रही है।