आज है विश्व प्राथमिक उपचार दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व
आज विश्व प्राथमिक उपचार दिवस है। हर साल सितंबर माह में दूसरे शनिवार को विश्व प्राथमिक उपचार दिवस (World First Aid Day)मनाया जाता है। विश्व प्राथमिक उपचार दिवस मनाने की शुरुआत सन 2000 ई. में थी। जब रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (IFRC) ने World First Aid Day मनाने की शुरुआत की। इसके बाद से हर साल विश्व प्राथमिक उपचार दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को आपदा स्थिति में प्राथमिक उपचार के लिए जागरूक करना है। इस साल का थीम First aid saves lives यानी प्राथमिक उपचार के जरिए जीवन बचती है। आइए इसके इतिहास और महत्व को जानते हैं –
विश्व प्राथमिक उपचार दिवस का इतिहास
इसकी शुरुआत रेड क्रॉस ने की है। रेड क्रॉस एक अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन है, जिसकी स्थापना 1863 ई.में हुई। इस संस्था की स्थापना हेनरी ड्यूनेन्ट की थी। इस संगठन का मुख्य कार्य मानव सेवा और आपदा स्थिति में मानवीय ज़िंदगियों को बचाना है। इसके लिए रेड क्रॉस को अब तक तीन बार नोबेल पुरस्कार मिला चुका है। इस संस्था ने लोगों को प्राथमिक उपचार के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व प्राथमिक उपचार दिवस की शुरुआत की, जिसे आज दुनियाभर में मनाया जाता है।
विश्व प्राथमिक उपचार दिवस का महत्व
ऐसा देखा जाता है कि लोग घरों में या बाहर में किसी कारणवश चोटिल हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में लोग घबरा जाते हैं और उपचार हेतु हॉस्पिटल पहुंच जाते हैं। जबकि मामूली चोटों और जख्मों को प्राथमिक उपचार किट से भी ठीक किया जा सकता है। इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना के समय प्राथमिक उपचार किट के रहने से व्यक्ति को तत्काल मदद मिल जाती है। इस मद्देनजर यह दिवस काफी अहम है। अपने घर में फर्स्ट एड किट बॉक्स जरूर रखें। जबकि यात्रा के दौरान भी कैरी करें।