‘यात्रा’ की सियासत
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अब करीब 5 महीने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों की सियासी चहलकदमी बढ़ गई है। सभी दल जनता तक पहुंचने और उसे अपने पाले में लाने लिए अलग-अलग रणनीति तैयार कर रहें है। इस सियासी संग्राम में सबसे आगे निकलने के लिए सत्ताधारी भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने दिल्ली में यूपी के सांसदों के साथ बैठक में आशीर्वाद यात्रा की रणनीति बनाई। इधर, उसे मात देने के लिए समाजवादी पार्टी ने भी साइकिल यात्रा का ऐलान कर दिया। अब किसकी यात्रा उसे सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाएगी, ये चुनावी नतीजे तय करेंगे, लेकिन यात्रा की इस राजनीति ने सियासी पारा जरूर बढ़ा दिया है।
बीते दिनों दिल्ली में भाजपा संगठन की बैठक में तय हुआ कि मानसूत्र सत्र समाप्त होते ही केंद्र सरकार में शामिल हुए यूपी के सातों नए मंत्री 16 से 18 अगस्त तक यूपी के तमाम जिलों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री खुली जीप में सफर करेंगे और अपने गृह जनपद में जाने से पहले आसपास की 4 लोकसभा सीटों में स्थानीय लोगों के साथ संवाद करेंगे। इस दौरान दिल्ली से संसदीय क्षेत्र के रास्ते में आने वाले हर लोकसभा क्षेत्र में मंत्रियों का परिचय, संवाद व स्वागत होगा।
भाजपा की इस जन आशीर्वाद यात्रा की काट के लिए समाजवादी पार्टी ने पांच अगस्त को वरिष्ठ समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर समाजवादी साइकिल यात्रा निकालेगी। हर तहसील में सपा के नेता 5 से 10 किलोमीटर तक साइकिल चलाएंगे। साइकिल यात्रा के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।