सरकारी डॉक्टर ने महिला को छत से फेंका
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:जिला अस्पताल में भले ही मरीजों को समय पर इलाज न मिले लेकिन सुविधा शुल्क लेना स्टाफ नहीं भूलता है। अगर सुविधा शुल्क नहीं दिया जाता है तो मरीज की गलत रिपोर्ट बनाकर परिजनों को सौंप दी जाती है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को सामने आया। जिसमें गंभीर हालत में महिला मरीज को स्वजनाें ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। आरोप है कि बिना एक्स-रे और जांच कराए ही मरीज को साधारण चोट आने की रिपोर्ट बनाकर थमा दी गई। शुक्रवार को पीड़ित महिला के भाई ने जिलाधिकारी और मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख चिकित्सा अक्षीक्षक से दोबारा बोर्ड बनाकर मेडिकल कराने की मांग की है।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के न्यू आजाद पुरम निवासी शाहवाज इस्लाम ने बताया कि बीते छह जून को उसकी बहन सवा आफरीन के साथ पति फैसल खान ने मारपीट की थी, यही नहीं उसे छत से फेंक भी दिया था। जिससे सवा को गंभीर चोटें आईं। परिजनों ने मामले की तहरीर थाना में दर्ज कराई। इसके बाद सवा को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में भेजा गया।
सवा के भाई शाहवाज का आरोप है कि यहां मेडिकल कराने के नाम पर उससे सुविधा शुल्क की मांग की गई। मना करने पर डॉक्टर ने बिना एक्स-रे कराए ही स्वजन को सिंपल इंजरी यानि साधारण चोट की रिपोर्ट बनाकर दे दी। आपत्ति करने पर स्वजन व स्टाफ के बीच नोकझोक भी हुई। मरीज की हालत गंभीर देख परिवार वालों ने सवा को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां जांच में महिला के मुंह की हड्डी में फ्रैक्चर मिला। शुक्रवार को पीड़िता के भाई की शिकायत पर एडीएसआइसी डा.सुबोध शर्मा ने जांच कर कार्रवाई और दोबारा मेडिकल कराने का आश्वासन दिया है।