उत्तर प्रदेशराज्य

बसपा सरकार का स्मारक घोटाला

लखनऊ,स्वतंत्रदेश :बसपा सरकार में हुए करोड़ो रूपये के स्मारक घोटाले में विजलेंस ने सोमवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों स्मारक निर्माण में पत्थरों के सप्लायर थे। मिर्जापुर निवासी यह आरोपी पत्थर खदानों के पट्टाधारक हैं। मामले में जेल भेजे गए 4 इंजीनियरों की जमानत पर सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई थी।

             इंजीनियरों की जमानत की सुनवाई से हुई गिरफ्तारी, 2014 में दर्ज हुआ था केस

बसपा सरकार में हुए इस घोटाले के 2009 में उजागर होने के बाद 2014 में विजलेंस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसमे 20 इंजीनियर और दर्जनों पत्थर सप्लायरों को आरोपी बनाया गया था। लेकिन इन सात सालों की छानबीन के दौरान विजलेंस अभी तक महज 4 इंजीनियरों को गिरफ्तार कर पाई है। जांच में लेटलतीफी कर मुकदमे को लम्बा खिंचने पर कोर्ट ने विजलेंस को फटकार लगाई तो महीने भर से दबिश देने का सिलसिला शुरू हुआ है। फिर भी कोई भी आरोपी इंजीनियर विजलेंस के हाथ नही लगा।

कोर्ट में सुनवाई से पहले दो आरोपियों को पेश किया गया

सोमवार को चारो इंजीनियरों की जमानत पर सुनवाई होनी थी। इस दौरान कोर्ट की नाराजगी का सामना करना पड़ता। विजिलेंस के डायरेक्टर पीवी रामा शास्त्री ने बताया पत्थर सप्लायर किशोरी लाल पुत्र चौथी राम निवासी ग्राम मानिकपुर थाना अहरौरा जनपद मिर्जापुर और रमेश कुमार पुत्र स्वर्गीय राम कुमार यादव निवासी ग्राम धूरीया थाना अहरौरा जनपद मिर्जापुर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है।

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