उत्तर प्रदेशराज्य

मिशन भारत अकादमी की पहल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:धूल-मिट्टी में खेलने वाले गांव के अनगढ़ बच्चों में भारत का भविष्य तलाशने की पहल की गई है। राजधानी से करीब 60 किलोमीटर दूर सिद्धौर ब्लाक के ममरखापुर गांव में मिशन भारत के अंतर्गत मिशन भारत अकादमी की स्थापना की गई है। इसमें आर्थिक रूप से पिछड़े 11 बच्चों के भविष्य को संवारा जाएगा। इनको पढ़ाई के साथ ही खेल और अन्य गतिविधियों में दक्ष बनाकर सैन्य सेवाओं में जाने योग्य बनाया जाएगा। इसकी शुरुआत रविवार को अध्ययन कक्ष में भारत माता के चित्र की स्थापना, बच्चों को टोपी-बैग और पाठ्य सामग्री आदि के वितरण व पौधारोपण के साथ की गई।

धूल-मिट्टी में खेलने वाले गांव के अनगढ़ बच्चों में भारत का भविष्य तलाशने की पहल की गई है।
डा. सैय्यद रिजवान बताते हैं कि प्राथमिक विद्यालय के कक्षा दो उत्तीर्ण करने वाले बच्चों से अंग्रेजी व हिंदी के कुछ प्रश्न पूछे गए।

गांव के बाहर अकादमी के परिसर का वातावरण और बच्चों व स्टाफ की वेशभूषा उनके सुनहरे भविष्य का संकेत देते दिखी। मिलिट्री रंग की बच्चों व स्टाफ का पहनावा ही नहीं अध्ययन कक्ष भी उसी कलेवर में था, जोकि सैन्य सेवाओं की तैयारी के एक केंद्र की छवि प्रस्तुत कर रहा था। बच्चों ने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित किए इसके बाद जय हिंद बोलकर सलामी दी। अतिथियों व के साथ भारत माता के चित्र को अध्ययन कक्ष में स्थापित कराया गया।

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