लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए शुरू होगी नई व्यवस्था
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : खुशखबर… लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदकों को अब आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे अपना लर्नर लाइसेंस घर बैठे ही प्राप्त कर सकेंगे। परिवहन विभाग बहुत जल्द इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी में है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो जुलाई माह के अंत तक इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके तहत आवेदक जो कंप्यूटर परीक्षा संभागीय परिवहन कार्यालयों में देता है वह उसे ऑनलाइन देगा। यातायात संबंधित नियमों वाली इस परीक्षा को पास करने पर आवेदक खुद प्रशिक्षणार्थी लाइसेंस का प्रिंट निकाल सकेंगे।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने लर्निंग लाइसेंस प्रक्रिया को घर बैठे ही पूरी कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यह योजना आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब इस काम ने गति पकड़ी है। जुलाई तक इस योजना की शुरुआत करने की तैयारी है। इसका फायदा यह होगा कि लर्निंंग लाइसेंस के लिए आवेदकों को आरटीओ कार्यालय नहीं जाना होगा। समय की बचत होने के साथ ही दलालों के शिकार होने से वह बचेंगे।
एनआईसी जल्द करेगा सारथी पोर्टल को अपग्रेड : इस संबंध में सारथी पोर्टल को अपग्रेड कर इसमें आवश्यक बदलाव किए जाने के लिए परिवहन विभाग की ओर से एनआईसी को पत्र भेजकर इस व्यवस्था को शीघ्रातिशीघ्र लागू करने को कहा गया है। इस दिशा में काम शुरू हो गया है।
ऑनलाइन देनी होगी परीक्षा और करानी होगी प्रपत्रों की जांच : आवेदकों को अभी टाइम स्लॉट के लिए आरटीओ जाना पड़ता है। प्रपत्रों की जांच करवाने के बाद, फोटो खिंचवा ऑनलाइन टेस्ट दिए जाने की प्रक्रिया है। अगर आवेदक फेल हो गया तो वह जुगाड़ ढूंढता है या फिर दलाल का सहारा लेता है। लागू की जाने वाली नई व्यवस्था में आवेदकों के प्रपत्रों की जांच और परीक्षा ऑनलाइन होगी उसके बाद वह लर्निंग लाइसेंस का प्रिंट निकाल सकेगा।
एनआईसी जल्द करेगा सारथी पोर्टल को अपग्रेड : इस संबंध में सारथी पोर्टल को अपग्रेड कर इसमें आवश्यक बदलाव किए जाने के लिए परिवहन विभाग की ओर से एनआईसी को पत्र भेजकर इस व्यवस्था को शीघ्रातिशीघ्र लागू करने को कहा गया है। इस दिशा में काम शुरू हो गया है।
ऑनलाइन देनी होगी परीक्षा और करानी होगी प्रपत्रों की जांच : आवेदकों को अभी टाइम स्लॉट के लिए आरटीओ जाना पड़ता है। प्रपत्रों की जांच करवाने के बाद, फोटो खिंचवा ऑनलाइन टेस्ट दिए जाने की प्रक्रिया है। अगर आवेदक फेल हो गया तो वह जुगाड़ ढूंढता है या फिर दलाल का सहारा लेता है। लागू की जाने वाली नई व्यवस्था में आवेदकों के प्रपत्रों की जांच और परीक्षा ऑनलाइन होगी उसके बाद वह लर्निंग लाइसेंस का प्रिंट निकाल सकेगा।