उत्तर प्रदेशराज्य

पूर्व विधायक हत्याकांड को लेकर सीतापुर में कड़ा पहरा

लखीमपुर खीरी के निघासन के पूर्व विधायक हत्या के मामले में जिला पुलिस भी अलर्ट नजर आई। सोमवार तड़के से लखीमपुर-सीतापुर बॉर्डर व अन्य रास्तों पर पुलिस मुस्तैद रही। बैरियर लगाकर एक-एक वाहन की जांच और उसमें बैठे लोगों से पूछताछ हुई। पुलिस को शंका थी कि राजनीति दल का कोई प्रतिनिधि चेकिंग से बचते हुए रोडवेज बस से लखीमपुर न पहुंच जाए, इसलिए लिए पुलिस ने हाईवे पर सीतापुर-लखीमपुर की बसाें में बैठे यात्रियों से भी पूछताछ की है। 

चेकिंग से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित रही। वहीं, लखनऊ से सीतापुर की तरफ आने वाले यात्रियों को अटरिया बॉर्डर पर चेकिंग के कारण गंतव्य स्थान पर पहुंचने में देरी हुई। तड़के से चली पुलिस चेकिंग में कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जो संदिग्ध रहा हो। एसपी आरपी सिंह ने बताया कि लखीमपुर में पूर्व विधायक की हत्या के मामले में वहां कानून व्यवस्था को प्रभावित करने के संबंध में किसी राजनीतिक दल का कोई नेता सीतापुर की ओर से न पहुंचने पाए। इसीलिए चेकिंग अभियान चला है। 

काजी कमालपुर से बैरंग लौटाए गए पूर्व मंत्री

पूर्व मंत्री एवं सपा नेता प्रो. अभिषेक मिश्र समर्थकों के साथ दो वाहनों से लखीमपुर खीरी जा रहे थे। वे अटरिया, सिधौली, कमलापुर व खैराबाद थाना क्षेत्रों को पार कर सीतापुर तक आ गए थे। फिर रास्ता नहीं मिला तो गोला रोड से निकल रहे थे। दोपहर के 2.15 बज रहे थे कि काजी कमलापुर चौराहे पर थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने उन्हें रोक लिया। पूछताछ के बाद उन्हें बैरंग लौटा दिया। विनय सिंह ने बताया, प्रोफेसर जिस वाहन में थे उसमें पांच-छह लोग बैठे थे। दूसरी छोटी गाड़ी पर भी चार लाेग सवार थे।

इन स्थानों पर हुई खास चेकिंग

हाईवे पर कुवंरपुर अटरिया, बिसवां तिराहा सिधौली, टोल प्लाजा, नैपालापुर, हरगांव रेलवे क्रॉसिंग, भदफर तिराहा, नवीनगर तिराहा लहरपुर, सेमरा के पास ढाबा महमूदाबाद, काजी कमालपुर, पुलिस पिकेट सेमरावां महाेली।

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