रेलवे की फर्जी वेबसाइट पर नौकरी का दे रहे थे झांसा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी देने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने राजफाश किया है। डीसीपी मध्य सोमेन बर्मा की सर्विलांस टीम ने फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का भंडाफोड़ कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित अलग-अलग पदों पर फर्जी भर्तियां करते थे और प्रत्येक अभ्यर्थी से 15 लाख रुपये वसूलते थे। डीसीपी मध्य के मुताबिक आरोपितों ने आलमबाग स्थित एक पुराने मकान में फर्जी ट्रेनिंग सेंटर भी खोल रखा था। गिरोह के पास से कंप्यूटर, रेलवे की फर्जी मोहर, कई नक्शे और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
आरोपित रेलवे से मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट पर भर्तियां निकालते थे। इसके बाद ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करते थे और अभ्यर्थियों की चयन सूची अपलोड कर देते थे। इसके बाद अभ्यर्थियों को फोन कर उनसे 15 लाख रुपये वसूल लेते थे। इसके बाद ट्रेनिंग दिलाने के नाम पर उन्हें रेलवे कॉलोनी आलमबाग में बुलाया जाता था। इससे अभ्यर्थियों को ठगी की जानकारी नहीं हो पाती थी। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में मूलरूप से रामपुर कारखाना देवरिया निवासी हिमांशु पांडेय, इंद्रा पुरी, रोहतास बिहार निवासी शशि प्रकाश गुप्ता और पारा गांव निवासी सूरज मौर्या शामिल है। आरोपितों ने 30 से अधिक लोगों से ठगी की बात स्वीकार की है।
गुजरात में दर्ज थी एफआइआर : राजकोट गुजरात में फर्जी वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी की एफआइआर हुई थी। राजकोट पुलिस मामले की पड़ताल कर रही थी। इस बीच आरोपितों की लोकेशन गुजरात पुलिस को लखनऊ में मिली, जिसके बाद टीम गुरुवार को यहां पहुंची। राजधानी पुलिस ने गुजरात पुलिस की मदद से गुरुवार देर रात में दबिश देकर आरोपितों को दबोच लिया।