चोटिल होने के मामले में सुरक्षा निदेशक निलंबित
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जख्मी होने की घटना में चुनाव आयोग ने रविवार को कड़ा कदम उठाते हुए उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय को पद से हटा दिया और तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया। साथ ही, पूर्व मेदिनीपुर जिले के जिला अधिकारी (डीएम) विभु गोयल को भी तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उनके स्थान पर स्मिता पांडे की नियुक्ति की गई है। विभु गोयल का गैर-चुनावी ड्यूटी वाले पद पर तबादला किया गया है। चुनाव आयोग ने पूर्व मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को भी निलंबित कर दिया है। उनके स्थान पर 2009 बैच के आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार यादव को नियुक्त किया गया है।
आयोग ने इस घटना को सोची-समझी साजिश के तहत हमले का हमला मानने से भी इनकार करते हुए सुरक्षा में कोताही का मामला बताया है। सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय पर जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त लोगों की सुरक्षा में चूक को लेकर एक हफ्ते के अंदर आरोप तय करने को कहा गया है और बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को अविलंब नए सुरक्षा निदेशक की नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। पूर्व मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को हटाने के बाद उनके खिलाफ भी ममता की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी खामी के लिए आरोप तय किए जाएंगे। इस कार्रवाई से पहले चुनाव आयोग ने एक बैठक की थी, जिसमें बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को लेकर उच्च स्तरीय समिति गठित की गई थी। इस समिति से ममता पर कथित हमले के मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। बंगाल के पर्यवेक्षकों और मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने पूरे मामले की जांच अगले 15 दिनों में पूरी करने और 31 मार्च तक रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। खबर है कि कुछ और अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है।
खुद बुलेटप्रूफ वाहनों में घूमतेे हैं विवेक सहाय’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगाल की मुख्यमंत्री समेत राज्य के अन्य महत्वपूर्ण लोगों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय का रवैया गैर जिम्मेदार नजर आया। वह खुद बुलेटप्रूफ वाहनों में घूमते हैं जबकि ममता बनर्जी बुलेटप्रूफ के बजाय साधारण वाहन से चलती हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि ममता की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक के लिए विवेक सहाय पर आरोप तय किए जाएंगे।
‘अक्सर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ती रहती हैं ममता’
रिपोर्ट में बताया गया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अक्सर अपनी सुरक्षा की कोई चिंता नहीं करती है और सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ती रहती हैं। ऐसे परिस्थितियों में उनकी सुरक्षा में चूक होने जैसी आशंका हमेशा बनी रहती है।