रेलकर्मी की निर्मम हत्या
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : सीतापुर-बालामऊ रेलखंड क्षेत्र के रामकोट स्टेशन पर तैनात ट्रैकमैन की हत्या मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने सीतापुर-हरदोई मार्ग पर शव रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस बीच यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई। मामला बुधवार देर रात चाकूअों से गोद कर रेलकर्मी की हत्या से जुड़ा है। मृतक का शव गांव के बाहर आम की बाग में पाया गया है। बताया जा रहा है कि 35 वर्षीय ट्रैक मैन गोविंद प्रसाद पुत्र रामस्वरूप की हत्या पैसे के लेनदेन के चलते हुई है फिलहाल इस मामले में उसकी पत्नी ने दौलतपुर मजरा हिमायूंपुर के हेमेंद्र उर्फ हेमू के विरुद्ध नामजद मुकदमा लिखाया है। मृतक भी आरोपित हेमेंद्र के ही गांव का निवासी है और वह दोनों एक दूसरे के दोस्त बताए जा रहे हैं।
मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र के गांव दौलतपुर निवासी रेलकर्मी की पत्नी संगीता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही हेमेंद्र उर्फ हेमू के विरुद्ध मुकदमा लिखा है। मृतक की पत्नी के मुताबिक उसके पति ने हेमेंद्र उर्फ हेमू को मदद के तौर पर उधारी के रूप में धीरे-धीरे कर कुल चार लाख रुपए दिए थे। मृतक की पत्नी संगीता ने पुलिस को बताया है कि गोविंद प्रसाद उधारी के रुपए वापस लेने के लिए आए दिन हेमेंद्र से संपर्क करता था लेकिन, वह पैसा लौटा नहीं रहा था। इसी बीच डेढ़-दो महीने पहले हेमेंद्र ट्रैक्टर भी खरीद लाया था और वह उधारी के पैसे उसके पति को नहीं दे रहा था। संगीता का कहना है कि उसके पति गोविंद प्रसाद ने बुधवार दोपहर को भी हेमेंद्र से मिलकर उधारी का पैसा लौटाने को कहा था, पैसा न देने पर उसने ट्रैक्टर ले लेने की बात भी कही थी। जिस पर हेमेंद्र ने बुधवार को ही शाम अपने घर गोविंद को बुला कर हिसाब किताब कर लेने की बात कही थी।
गोविंद देर शाम हेमेंद्र के घर गया था। उसके बाद वह लौटा नहीं, काफी देर रात होने पर संगीता ने हेमेंद्र के घर जाकर अपने पति के बारे में जानकारी की तो हेमेंद्र घर पर नहीं मिला। मौके पर मिले लोगों ने संगीता को कोई उत्तर नहीं दिया। जिस पर उसने पुलिस को फोन किया था। पुलिस ने रेलकर्मी गोविंद प्रसाद के शव को गांव के बाहर आम की बाग से बरामद किया है। उसके शव पर कई जगह गहरे घाव हैं। मिश्रिख कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार यादव ने बताया कि मृतक के शव को देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि इसके शरीर पर चाकू से कई वार किए गए हैं।