उत्तर प्रदेशराज्य

वार्ता विफल होने के बाद धरने पर बैठे कर्मचारी

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :राजधानी लखनऊ में आज नगर निगम के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलित कर्मचारियों में कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के सभी संगठनों के पदाधिकारी शामिल हैं। इसके चलते सभी जोनल कार्यालयों में तालाबंदी है। राजस्व वसूली और सफाई जैसे महत्वपूर्ण काम पर आज विराम लग गया है। वहीं जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने पहुंचने वाले आम लोगों को भी परेशानी हो रही है।

                       लखनऊ नगर निगम के कर्मियों ने धरना शुरू किया।

नगर आयुक्त के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रही थी

दरअसल, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा मृतक आश्रितों को नौकरी दिए जाने समेत 9 मांगों को लेकर काफी दिनों से आंदोलन कर रहा है। कर्मियों ने बुधवार को कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी थी। जिसको लेकर मंगलवार को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी और संयुक्त मोर्चा के मध्य हुई वार्ता हुई। लेकिन बात नहीं बनी। नगर आयुक्त ने कमेटी गठित कर नौकरी दिए जाने की बात कही थी। जिसे संयुक्त मोर्चा ने सिरे से नकार दिया था।

  • 74 वां संविधान संशोधन को निकायों में प्रभावी किया जाना।
  • चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती पर लगी रोक को तत्काल हटाया जाना तथा ग्रेड पे 1900 का शासनादेश प्रभावी किया जाए एवं सफाई कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती की जाए।
  • ठेकेदारी प्रथा से संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति पर रोक लगाई जाए।
  • अस्थाई धारा-108 के अंतर्गत नियुक्त कर्मचारियों का विनियमितीकरण।
  • सामान्य जलकल, सीवर, कर से नगर निगम कर्मचारियों को मुक्त किया जाना।
  • वर्ष 2006 तक कार्यरत संविदा कर्मचारियों को विनियमित किया जाना।
  • नगर पालिका, नगर पंचायतों के कर्मचारियों के लिए राज्य कर्मचारियों की भांति पेंशन सुविधा मिले।
  • अकेन्द्रियत कर्मचारियों की लंबित वेतन विसंगतियां एवं 6वें वेतन आयोग की संस्तुतियों का तत्काल निवारण हो।
  • वाहन, झाडू, साबुन भत्ते एवं सभी भत्तों इत्यादि का राज्य कर्मचारियों के समान पुनरीक्षित करना।

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