घर के बाहर खड़ा करते हैं वाहन तो करना होगा ये
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: शहर में अव्यवस्थित पार्किेंग को पटरी पर लाने और मनमाना शुल्क पर रोक लगाने की कवायद चालू हो गई है। अभी तक नगर निगम नियम व शर्तों पर ही दो पहिया और चार पहिया का ठेका उठाता था, लेकिन अब इन वाहनों का पार्किंग स्थल नए तरह से तय करने के साथ ही बस, रिक्शा और टैम्पों खड़ा करने की जगह भी निर्धारित की जाएगी। इसके लिए नगर निगम पार्किंग उपविधि तैयार कर रहा है, जिस पर काम भी चालू हो गया है।
नगर निगम की तरफ से संचालित पार्किंग के अलावा उन्हें भी नगर निगम के दायरे में लाया जाएगा, जो निजी संस्थानों और मॉल के बाहर व अन्य जगह मनमाने तरह से पार्किंग का संचालन कर रहे हैं। इससे एक तो सड़क घिर जाती है और होने वाली आय ठेकेदार और निजी संस्थानों की जेंब में जाती है। इन पार्किंग संचालकों को नगर निगम से जारी टोकन को लेना होगा, जिससे वह मनमानी तरह से शुल्क न वसूल सकें।
नगर निगम की संचालित पार्किंग के अलावा निजी संस्थान भी सड़क व प्रतिष्ठान के भाग में निजी पार्किंग का संचालन कर रहे हैं और मनमानी शुल्क वसूला जाता है। अब उपविधि तैयार कर नगर निगम सभी उन पार्किंगों को अपने कब्जे में लेगा, जो सार्वजनिक जगह पर चल रही हैं और निजी लोग शुल्क वसूल रहे हैं। बस, टैम्पों, रिक्शा को पार्किंग के दायरे में लाते हुए उनके लिए जगह चिंहित की जाएगी, जिससे सड़कों पर वाहन मनमाने तरह से न खड़े हो सकें।
पहले बनी नियमावली पर चढ़ी धूल
प्रदेश में पार्किंग शुल्क व जगह में एकरूपता लाने के लिए वर्ष 2009 में सरकार ने पार्किंग नियमावली बनाई थी लेकिन यह नियमावली अड़चनों में फंस गई है और वह लागू नहीं हो पाई थी।
दो वाहन तो एक का शुल्क!
उपविधि के माध्यम से नगर निगम उनकी भी नकेल कसने जा रहा है, जो घर के बाहर सड़क पर वाहन की दिन-रात पार्किंग करते हैं। अब ऐसे लोगों से भी पार्किंग शुल्क वसूलने की तैयारी है।