विद्यालयों के प्रिंसिपल को इस बार मिलेगा ‘राज्य शिक्षक पुरस्कार’
इस बार राजधानी के दो प्रिंसिपलों का राज्य शिक्षक पुरस्कार और मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। बीकेटी इंटर कॉलेज (एडेड विद्यालय) के प्रिंसिपल डॉ. केके शुक्ला को राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजा जाएगा। वहीं, लखनऊ पब्लिक स्कूल राजाजीपुरम सेक्टर डी के प्रिंसिपल ज्ञानेंद्र कुमार को मुख्यमंत्री अध्यपक पुरस्कार मिलेगा।
कृषि शिक्षक को दी एक बड़ी पहचान राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चुने गए डॉ. केके शुक्ला ने कृषि विज्ञान को एक नई पहचान दी है। उन्होंने इस क्षेत्र में कई शोध कार्य किए हैं। उन्होंने वर्ष 1989 में बीकेटी इंटर कॉलेज में कृषि विज्ञान प्रवक्ता के पद की जिम्मेदारी संभाली। वर्ष 2000 में गोरखपुर विवि से कृषि विषय में पीएडी कंप्लीट की। उन्होंने बताया कि जब उनकी तैनाती हुई तो विद्यालय में कृषि विज्ञान पढ़ने वाले बच्चों की संख्या बहुत कम थी
आज करीब 600 बच्चे हैं जो कृषि विज्ञान विषय पढ़ रहे हैं। उन्होंने खुद लगकर और बच्चों की मदद से पूरे परिसर को हरा भरा करने के लिए खूब पेड़ पौधे लगवाए। वृक्षों से उन्हें पहले से ही बहुत प्यार था। वह हरेभरे वातावरण में रहने के आदी हैं। उन्होंने बताया कि इससे विद्यार्थियों और उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों को पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। जिससे एकाग्र होकर बच्चे पढ़ते हैं। वह बच्चों के साथ ही खुद भी लगकर विद्यालय में क्यारी आदि बनवाते हैं।
बच्चों को समाज में एक अच्छा नागरिक बनाना है शिक्षक की जिम्मेदारी लखनऊ पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल ज्ञानेंद्र कुमार को मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। ज्ञानेंद्र कुमार वर्ष 2004 से विद्यालय में प्रिंसिपल की जिम्मेदारी संभाले हैं। ज्ञानेंद्र कुमार बताते हैं कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही उन्हें समाज में एक अच्छा नागरिक बनना होता है। इसके लिए वह बच्चों को किताबों के साथ ही संस्कारों की शिक्षा जरूर देनी चाहिए। वह इसी दिशा में काम करते आ रहे हैं। क्योंकि बच्चे जब स्कूल से निकलते हैं तो बाहर योग्यता के साथ ही अच्छे संस्कार उनकी पहचान बनते हैं।