उत्तर प्रदेशराज्य

लखनऊ का BBAU अपनी बिजली खुद बनाएगा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ ही उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने वाला बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि (बीबीएयू) अब अपनी बिजली भी स्वयं बनाएगा। इसके लिए परिसर में पार्किंग की छत को सोलर प्लेट से बनाया गया है। एक ओर जब बिजली की कटौती से लोग परेशान हैं तो दूसरी ओर बिजली की बचत के लिए सरकार की ओर से की जा रही अपील नाकाफी साबित हो रही है। ऐसे में ऊर्जा संरक्षण के साथ ही अपनी बिजली खुद तैयार करने की पहल संस्थान में महीनों पहले शुरू हो चुकी थी, लेकिन अब इसमे विस्तार की तैयारी चल रही है।

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि खुद अपनी बिजली बनाकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को करेगा जागरूक। सोलर प्लेट से बनी पार्किंग की छत पहले चरण में प्रशासनिक भवन हुआ रोशन।

विवि प्रशासन ने प्रशासनिक भवन के ऊपर बिजली घर (सौर ऊर्जा का प्लांट) बनाने के साथ ही बिना किसी अतिरिक्त खर्च के सौर ऊर्जा से बिजली बनाने के सोलर प्लेट लगाने के साथ ही अन्य उपकरणों की जानकारी के लिए नेडा से संपर्क करके प्लांट लगाया गया।

अंबेडकर विवि कुलपति प्रो.संजय सिंह के मुताबिक, पर्यावरण संरक्षण के प्रति हम सबको अपनी भागीदारी निभानी होगी। ऊर्जा बचाने के साथ पर्यावरण संरक्षण की पहल विवि में चल रही है। केंद्रीय पुस्तकालय व गेट नंबर एक के पास बड़ा प्लांट लगाया गया है। हमारी कोशिश है कि खपत के अनुसार ऊर्जा बनाई जाए। विद्यार्थियों को भी जागरूक किया जा रहा है।

 

लखनऊ पॉलीटेक्निक में बना रहा बिजली: लखनऊ पॉलीटेक्निक में बीते वर्ष 12-12 किलोवॉट के दो प्लांट लगाए गए थे और दोनों से 1383 यूनिट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इस प्लांट से प्रशासनिक भवन के साथ ही प्रयोगशाला में बिजली खपत को पूरा किया जा रहा है। संस्थान के इस प्रयास की चर्चा सभी संस्थाओं में होने लगी हैं। फैजाबाद रोड स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक में भी ऐसा ही प्लांट लगाया गया है।

हर साल बचेंगे डेढ़ करोड़: सौर ऊर्जा से हर साल अंबेडकर विवि में बिजली पर आने वाले करीब डेढ़ करोड़ रुपये के खर्च में कमी आएगी। इस बचत से न केवल विवि को आर्थिक लाभ होगा बल्कि इस बचे हुए बजट से परिसर को पर्यावरण अनुकूल बनाने का कार्य किया जाएगा।

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