उत्तर प्रदेशराज्य

किसान कल्याण मिशन का शुभारंभ

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :किसान पहली बार राजनीतिक एजेंडे में शामिल हो पाया है। इससे पहले किसान लोगोंं के लिए केवल वोट बैंक था। किसी योजना का भागीदार नहींं बन पाता था। देश ने जय जवान और जय किसान का नारा तो दिया, लेकिन किसान हाशिये पर रहा। मोदी सरकार के आने के बाद किसान मुख्य धारा में शामिल हुआ। 2014 से पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। मगर अब वो खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। हमारा कैबिनेट का सबसे पहला निर्णय किसानों के गन्ना भुगतान का रहा।

  सीएम योगी ने कहा पिछले सरकारोंं में धान और गेहूं की खरीद नहीं होती थी। 

सीएम योगी ने कहा, पिछले सरकारोंं में धान और गेहूं की खरीद नहीं होती थी। आज हमने लक्ष्य से अधिक खरीद की। प्रदेश में 20 विज्ञान केंद्र स्थापित क‍िए। 79 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की मदद कर रहे हैं। किसान कल्याण मिशन को पूरी सफलता के साथ आगे बढ़ेगा। तमाम लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। उन लोगो को अच्छा नहींं लग रहा की किसान खुश हो रहा है। दुग्ध उत्पादन में हम नंंबर एक है। हमारी डेरी से जाने वाला दुध बिलकुल शुद्ध है। खुरपका को हमने दूर किया। इस दौरान दो करोड़ 35 लाख किसान सम्‍मान निधि से समानित किए गए। हमने कोरोना काल मेंं किसानों के लिए बहुत काम किया। बुंदेलखंड में बलेनी दुग्ध उत्पादन समिति ने एक साल में एक करोड़ 46 लाख का उत्पादन किया ।

मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने कहा, किसान को खेती, पशुपालन, कृषि संंबंधी शासन की योजनाओं से अवगत कराना हमारा लक्ष्य है। किसानों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ही किसान कल्याण केंद्र चल रहे हैं। जब हमारा अन्नदाता खुशहाल होगा तो देश अपने आप खुशहाल हो जाएगा। याद रखना होगा, जब देश तेज़ी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है तो कई लोगों को ये अच्छा नही लग रहा। पहली बार ये हुआ जब खुरपका, मुंहपका आदि रोगों के लिए भी टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

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