उत्तर प्रदेशराज्य

राजधानी में कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर खौफ बढ़ा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: लंदन से लौटे 264 यात्रियों की हेल्थ टीम ने कोरोना टेस्ट शुरू कर दिया है। वहीं, पॉजिटिव मिलने पर उनके दोबारा सैंपल लिए जाएंगे। इन्हें जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा। इनकी जीन सीक्वेंसिंग होगी।

पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कोरोना वायरस के स्ट्रेन की जांच की जाएगी। पॉजिटिव मिलने पर अलग वार्ड में रहेंगे मरीज

केंद्र सरकार की गाइड लाइन सीएमओ दफ्तर पहुंच गई है। इसमें लंदन से आए यात्री को दो हिस्सों में बांटा गया। एक लिस्ट 23 नवंबर से आठ दिसंबर के बीच आए यात्रियों की बनाई गई है। वहीं, दूसरी लिस्ट में नौ दिसंबर से 21 दिसंबर से आए यात्रियों की फाइनल की गई है। दोनों की मॉनिटरिंग के अलग-अगल नियम तय किए गए हैं। मगर, दोनों लिस्ट में से किसी यात्री के आरटीपीसीआर में पॉजिटिव पाए जाने पर उसका दोबारा सैंपल संग्रह किया जाएगा। इन सैंपल को जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा। कांटेक्ट एंड ट्रेसिंग के नोडल ऑफीसर एसीएमओ डॉ. एमके सिंह के मुताबिक,  पॉजिटिव आए यात्रियों के सैंपल की जीनोमिक सीक्वेंसिंग की जाएगी। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कोरोना वायरस के स्ट्रेन की जांच की जाएगी।

पॉजिटिव मिलने पर अलग वार्ड में रहेंगे मरीज

सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने लंदन से लौटे यात्रियों के पॉजिटिव मिलने पर अलग वार्ड में रखने का फैसला किया। ऐसे में कोविड अस्पतालों को अलग से वार्ड आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही पॉजिटिव रोगियों की हर 24 घंटे मेंर आरटीपीसीआर टेस्ट कर मॉनिटरिंग की जाएगी।

नौ दिसंबर से 21 दिसंबर 

सभी यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट होगा, पॉजिटिव आने पर यात्री के सैंपल पुणे लैब भेजा जाएगा, कोविड अस्पताल के अलग वार्ड में रखा जाएगा। हर 24 घंटे पर आरटीपीसीआर टेस्ट होगा। निगेटिव आने पर भी 28 दिन तक क्वारंटाइन में रहेंगे।

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