गोंडा में वन विभाग को मिली कामयाबी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मनकापुर आइटीआइ परिसर के कबाड़ रूम से वन विभाग की टीम ने बुधवार की देर रात तेंदुआ पकड़ लिया है। तेंदुआ को जंगल में छोड़ने के लिए वन्य जीव के प्रमुख से अनुमति मांगी गई है। वहीं, अधिकारियों व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। मनकापुर आइटीआइ परिसर में करीब 15 दिन पूर्व तेंदुए ने दस्तक दी थी। रात में कर्मचारियों ने तेंदुए को देखा था। इसके बाद बच्चों व महिलाओं के घरो से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई थी।
वन विभाग की टीम ने पिंजड़ा लगाकर कांबिंग शुरू की थी। एक सप्ताह तक कांबिंग के बावजूद कोई कामयाबी नहीं मिली। साेमवार को अचानक फिर आइटीआइ परिसर में तेंदुआ की लोकेशन मिली। कबाड़ रूम में उसके होने की आशंका पर पिंजड़ा लगाकर बकरी बांधी गई। वन क्षेत्राधिकारी टिकरी रेंज विनोद कुमार नायक ने कहा कि काफी मशक्कत के बाद बुधवार की देर रात तेंदुआ को पकड़ने में कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सूचना भेजी गई है। डीएफओ आरके त्रिपाठी ने कहा कि तेंदुआ को जंगल में छोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों से अनुमति मांगी गई है।
अधिकारियों व कर्मचारियों ने ली राहत की सांस : मनकापुर आइटीआइ में तैनात पर्यावरण विद् संतोष वाजपेयी ने कहा कि तेंदुआ की दहशत से अधिकारी व कर्मचारी 15 दिन से परेशान थे। तेंदुए के पकड़े जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने कहा कि जंगल के किनारे निगरानी की पर्याप्त व्यवस्था बनाई जानी है।
जंगली जानवर के हमले में 13 लोग घायल : इटियाथोक क्षेत्र के मेहनौन व समदा गांव में बुधवार की देर रात एक जंगली जानवर ने हमला कर दिया। इससे करीब 10 लोग घायल हुए। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया हैै। समदा निवासी पवन तिवारी व रंजन मिश्र ने कहा कि वह अपने खेत में धान के नर्सरी की रखवाली कर रहे थे। अचानक किसी जानवर ने हमला कर दिया। शोर सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने जानवर को खदेड़ा। पूनम, रानी, अमन, साधना, गन्नू, अरबुन, अब्बास, कृष्ण कुमार, मोहित तिवारी, शिवकुमार तिवारी घायल हुए हैं। ग्रामीण तेंदुआ होने की आशंका जता रहे हैं। वन विभाग की टीम कांबिंग कर रही है।