उत्तर प्रदेशराज्य

पंद्रह जनवरी से शुरू कर दें बाढ़ नियंत्रण के काम

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में बरसात के मौसम में बाढ़ के कारण सैकड़ों लोगों की जानमाल के साथ ही करोड़ों रुपए के सरकारी धन का नुकसान बचाने की जुगत शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने शासन के अधिकारियों को 15 जनवरी से ही बाढ़ नियंत्रण पर काम शुरू करने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अधिकारियों को बाढ़ नियंत्रण से संबंधित काम 15 जनवरी से शुरू करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अधिकारियों को बाढ़ नियंत्रण से संबंधित काम 15 जनवरी से शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी काम मई, 2021 तक हर हाल में पूरे कर लिए जाएं। इसके साथ ही केंद्र सरकार से जुड़ी परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाया जाए। इस काम में शिथिलता कतई न बरती जाए। मुख्यमंत्री ने रविवार को सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जन-धन हानि रोकने के लिए त्वरित कदम उठाना राज्य सरकार का दायित्व है। इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले से संचालित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी धनराशि की व्यवस्था कर ली जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिजनौर, मेरठ तथा बुलंदशहर में गंगा से होने वाली कटान के संबंध में कार्ययोजना बनाकर काम करें। इसके साथ ही सहारनपुर में पूर्वी यमुना का शेष काम जल्द पूरा किया जाए।

सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने बाढ़ नियंत्रण संबंधी परियोजनाओं का एक प्रस्तुतीकरण किया गया। विभाग ने अपने कामकाज का ब्योरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन टी. वेंकटेश और सचिव सिंचाई अनिल गर्ग भी थे।

बैठक के दौरान अयोध्या में नया घाट के सुंदरीकरण और मुक्तिघाट निर्माण के संबंध में भी प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा गाजियाबाद में शनिवार को उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का लोकार्पण किया है, जिसमें चुनार के पत्थरों का प्रयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में नया घाट, मुक्ति घाट आदि में भी प्रदेश में प्राप्त होने वाले पत्थरों का उपयोग किया जाए।

 

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