उत्तर प्रदेशलखनऊ

देश के टॉप 10 पुलिस स्‍टेशनों में लखनऊ का कोई भी थाना नहीं

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :देश के टॉप 10 थानों की सूची में राजधानी लखनऊ के कोई भी थाना अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सका। अत्याधुनिक संसाधनों से लैस राजधानी पुलिस अभी तक सिर्फ एक बार ही खिताब ले सकी है। वर्ष 2017 में गुडंबा थाने को देश में तीसरा सबसे अच्छा थाना घोषित किया गया था। हालांकि लखनऊ पुलिस को न तो उससे पहले और न ही उसके बाद यह पुरस्कार नसीब हुआ। इसका कारण थानों में गंदगी और अनियोजित व्यवस्था है। राजधानी का दिल कहे जाने वाले हजरतगंज कोतवाली का हाल भी खस्ता है। कोतवाली पहुँचने के लिए ही आपको कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।

देश के टॉप 10 थानों में राजधानी का कोई भी थाना शामिल नहीं महज एक बार मिला है खिताब हजरतगंज कोतवाली परिसर में गंदगी की भरमार 300 से अधिक विवेचनाएं लंबित।

 

बाल्मीकि मार्ग पर सड़क वाहनों से पटी रहती है। कार की मरम्मत करने वाले दुकानदार सड़क पर कब्जा जमाए रहते हैं। कोतवाली के गेट पर ही आपको कूड़ा दान रखा मिल जाएगा, जो स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहा है। परिसर के भीतर घुसते ही आपको बेतरतीब खड़ी गाड़ियां नजर आएंगी। पुलिस ने जिन वाहनों को सीज कर रखा है, उनपर धूल की परत जमी है। खास बात यह है कि वर्ष 2019 में तत्कालीन एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जब्त वाहनों को रखने के लिए कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन में पार्किंग की व्यवस्था बनाई थी।

इसका कारण लॉकडाउन और कोरोना है। वर्ष 2020 में अब तक कुल 355 मुकदमे दर्ज हुए हैं। वहीं वर्ष 2017 में 1062, 2018 में 781 और 2019 में 635 मुकदमे दर्ज हुए थे। इस साल हजरतगंज कोतवाली में करीब तीन सौ विवेचनाएं लंबित हैं।

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