कानूनी दांवपेच के सहारे मौज काट रहे ठग
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ: शहर के हजरतगंज, गाजीपुर, गोमतीनगर और विभूतिखंड समेत कई थानों में अंसल ग्रुप, हेलो राइड, वेल्थ मंत्रा, साइन सिटी, अनी बुलियन, आई विजन व नीलिमा ग्रुप के खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज हैं। जिसमें मकान व निवेश के नाम पर धोखाधड़ी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज है। इन लोगों के खिलाफ हल्की धाराओं में मामला दर्ज होने से यह लोग कानूनी दांव पेंच का फायदा उठाकर काली कमाई को धीरे-धीरे ठिकाने लगा रहे है। वहीं पीड़ित ब्याज तो दूर मूल रकम के लिए भी दर-दर भटकता रहता है। जबकि पुलिस इनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई कर के संपत्ति कब्जे में लेकर कुर्क कर सकती है।
गैंगेस्टर की कार्रवाई से लग सकती लगाम
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक थाना प्रभारी ठगी के आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ दर्ज होने वाले मुकदमों के आधार पर गैंगेस्टर की कार्रवाई करेंं। जिसके बाद उनकी संपत्ति को जब्त कर ले। जिसके बाद आरोपित उसकी खरीद-फरोख्त नहीं कर सकता।
इन धाराओं को लगाने से नहीं मिलेगी कोर्ट से राहत
ठगी करने वालों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में धाराओं के खेल होने से वह आसानी से जमानत ले लेते है। उनके खिलाफ ठगी व अन्य आरोपों की धाराओं के साथ 409, 467,468 आइपीसी में दर्ज करनी चाहिए। जिससे उन्हें कोर्ट में आसानी से जामनत न मिले।
इन बड़े बिल्डर व चिंट फंट कंपनी संचालक के खिलाफ हो चुकी कार्रवाई
अंसल ग्रुप के अरुण मिश्र व हरीश गुल्ला, हेलो राइड कंपनी के अभय कुशवाहा, हरीविज कंपनी के अविनाश कुमार, वेल्थ मंत्रा के संजीव अग्रवाल, नीलिमा ग्रुप के सुधांशु श्रीवास्तव।
‘प्लाट, निवेश और चिंट फंड की आड़ में ठगी करने वालों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके लिए आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की जा रही है। सभी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।‘