उत्तर प्रदेशराज्य

बार-बार नियम तोड़ने वाले 990 चालकों के डीएल निरस्त

स्वतंत्रदेश ,लखनऊप्रदेश में सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जागरूकता के साथ ही अब बार-बार नियम तोड़ने वालों के विरुद्ध सख्ती भी शुरू की गई है। यातायात निदेशालय ऐसे वाहनों को सूचीबद्ध कर रहा है, जिनका पांच या उससे अधिक बार चालान हुआ और शमन शुल्क भी नहीं जमा किया गया। 

ऐसे भी कई वाहन पाए गए जिनके विरुद्ध 100 या उससे अधिक चालान भी हुए। बार-बार नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) व वाहनों का पंजीकरण निरस्त कराए जाने की कार्रवाई शुरू कर गई है। अब तक परिवहन विभाग से ऐसे 990 चालकों के डीएल व 681 वाहनों के पंजीकरण निरस्त कराए गए हैं।

यातायात निदेशालय का अधिक जोर पुलिस कमिश्नरेट वाले सात महानगरों में हैं, जहां अधिक संख्या में सीसीटीवी कैमरों की मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखी जा रही है। लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, आगरा व प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट में अब तक संभागीय परिवहन अधिकारी के माध्यम से 596 डीएम निरस्त कराए गए हैं।वहीं, अन्य जिलों में 394 डीएम निरस्त कराए गए हैं। जबकि जिलों में 681 वाहनों के पंजीकरण निरस्त कराए गए हैं। पुलिस कमिश्नरेट में इनकी संख्या तीन ही है। प्रदेश में अब तक 31,392 डीएल निरस्त कराने व 2,67,030 पंजीकरण निरस्त कराए जाने की रिपोर्ट परिवहन विभाग को भेजी गई है।आंकड़ों में सबसे अधिक नियमों अनदेखी करने वाले गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट में हैं। यहां 2,053 वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई और सर्वाधिक 587 डीएल निरस्त कराए गए। दूसरे स्थान पर आगरा पुलिस कमिश्नरेट में 100 वाहन चालकों के डीएल निरस्त कराए जाने की रिपोर्ट भेजी गई। हालांकि अभी यहां डीएल निरस्त किए जाने की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी है। यातायात निदेशालय पुलिस कमिश्नरेट के अलावा जोन व रेंज स्तर पर जिलों में की जा रही कार्रवाई की मानीटिरिंग कर रहा है। एडीजी यातायात के.सत्यनारायण का कहना है कि बार-बार नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कराई गई है। परिवहन विभाग से समन्वय बनाकर अन्य के विरुद्ध भी कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।

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