उत्तर प्रदेशराज्य

छावनी,रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ी,खुफिया तंत्र सक्रिय

स्वतंत्रदेश ,लखनऊदेश में युद्घ के हालातों के बीच छावनी, रेलवे, एयरपोर्ट प्रशासन ने कमर कस ली है। इन जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी जगह एंट्री व निकासी पर कड़ी जांच की जा रही है। रेलवे स्टेशनों की निगरानी ड्रोन से करने की तैयारी है।ट्रेनों में आरपीएफ एस्कॉर्ट बढ़ाया जा रहा है तथा एयरपोर्ट पर बुलेटप्रूफ गाड़ियों से गश्त बढ़ाई गई है। सेना का खुफिया तंत्र भी मुस्तैद हो गया है। हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।

छावनी : सुरक्षा बढ़ी, खुफिया तंत्र मुस्तैद
बृहस्पतिवार को पाकिस्तान के मिसाइल हमलों के प्रयास के बाद भारत ने जबरदस्त जवाबी कार्रवाई की है। चूंकि लखनऊ में सेना की सबसे बड़ी मध्य कमान का मुख्यालय है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को और भी पुख्ता किया गया है। सूत्र बताते हैं कि छावनी में सभी प्रवेश मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीसीटीवी से हर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। वाहनों की भी जांच हो रही है। प्रपत्र व पहचान पत्र जांचे जा रहे हैं। संदिग्धों पर खास नजर है। कमांड अस्पताल व बेस अस्पताल के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई है। सूत्र बताते हैं कि सेना का खुफिया तंत्र और लोकल इंटेलीजेंस छावनी के साथ शहर के अलग-अलग प्रमुख इलाकों पर पैनी नजर रखे हुए है। सिविल पुलिस, सेना, आईबी आदि के साथ समन्वय स्थापित कर सूचनाओं को साझा भी किया जा रहा है।

रेलवे : ड्रोन से होगी रेलवे स्टेशन और रूट की निगहबानी

युद्ध की स्थिति को देखते हुए रेलवे प्रशासन आरपीएफ व जीआरपी जवानों की छुट्टियां रद्द कर सकता है। इसके लिए जवानों को सूचित किया गया है, हालांकि अफसर अभी खुलकर कुछ नहीं बता रहे। स्टाफ की कमी के चलते छुट्टियां निरस्त कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने की तैयारी है। रेलवे सूत्र बताते हैं कि चारबाग व लखनऊ जंक्शन सहित प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। अफसर इसकी तैयारी में जुट गए हैं। ड्रोन का ऑपरेशन कंट्रोल रूम से किया जाएगा। स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम को अपग्रेड किया गया है। 155 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है।

54 ट्रेनों में एस्कॉर्ट बढ़ेगा

ट्रेनों में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एस्कॉर्ट बढ़ाया जा रहा है। संदिग्ध यात्रियों की औचक जांच होगी। लखनऊ के रास्ते आने-जाने वाली 54 ट्रेनों में आरपीएफ एस्कॉर्ट बढ़ाया जाएगा, जिससे ट्रेनों में अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके।

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