उत्तर प्रदेशराज्य

अब यूपी के हर गांव से निकलेंगे AI एक्सपर्ट! 

 स्वतंत्रदेश ,लखनऊप्रदेश में तकनीकी शिक्षा अब एक नए दौर में कदम रखने जा रही है। राज्य के पॉलीटेक्निक कॉलेजों में नए सत्र से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) और मशीन लर्निंग जैसे आधुनिक विषयों की पढ़ाई शुरू होगी। प्राविधिक शिक्षा परिषद की इस पहल का मकसद है कि छात्रों को पारंपरिक पढ़ाई के दायरे से निकालकर भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयार किया जाए।

शुरुआत में यह कोर्स कुछ चुनिंदा कॉलेजों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू होगा, लेकिन जल्द ही इसे प्रदेश के सभी पॉलीटेक्निक संस्थानों में नियमित रूप से पढ़ाया जाएगा। इन कोर्सों के जरिए छात्र न सिर्फ आइटी क्षेत्र, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य, सुरक्षा और निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी करियर के नए विकल्प तलाश सकेंगे।

कौशल आधारित कोर्स तैयार किए जा रहे

केवल इतना ही नहीं, सरकार की ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना को भी तकनीकी छात्रों के सहयोग से नया आकार दिया जा रहा है। हर जिले के प्रमुख उत्पाद को ध्यान में रखते हुए वहां से जुड़ी तकनीक और कौशल आधारित कोर्स तैयार किए जा रहे हैं। इससे न केवल स्थानीय उद्योगों को कुशल युवा मिलेंगे, बल्कि छात्रों को अपने ही जिले में रोजगार के अच्छे मौके भी मिलेंगे।कानपुर स्थित इंस्टीट्यूट आफ रिसर्च, डेवलपमेंट एंड ट्रेनिंग (आइआरडीटी) इन कोर्सों को डिजाइन कर रहा है। इसके अलावा परिषद मेकाट्रोनिक्स जैसे कोर्स भी शुरू करने जा रही है, जिसमें मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स का मेल होगा। यह कोर्स भी आधुनिक तकनीकी शिक्षा का हिस्सा बनेंगे।परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्र के अनुसार, एआइ और मशीन लर्निंग जैसे कोर्स युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएंगे। इन क्षेत्रों में दक्ष छात्रों की मांग देश के साथ विदेशों में भी तेजी से बढ़ रही है। इससे न केवल प्लेसमेंट के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि छात्र स्टार्टअप और इनोवेशन की ओर भी प्रेरित होंगे।प्रदेश के 2138 पालीटेक्निक कालेजों में कुल 2,70,785 सीटें हैं। इनमें पिछले वर्ष सिर्फ 1,15,444 सीटों पर ही प्रवेश हुआ था। यानी लगभग 43 प्रतिशत ही सीटें भर सकीं। खासकर निजी कॉलेजों में आधे से ज्यादा सीटें खाली रह गई थीं।इस बार परिषद का लक्ष्य है कि सभी सरकारी और सहायता प्राप्त संस्थानों में 100 प्रतिशत सीटें भरी जाएं। परिषद को उम्मीद है कि एआइ, मशीन लर्निंग और स्किल बेस्ड कोर्स शुरू होने से छात्रों का रुझान डिप्लोमा कोर्स की तरफ तेजी से बढ़ेगा। नए सत्र में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन 30 अप्रैल तक लिए जा रहे हैं।

Related Articles

Back to top button