कानपुर-लखनऊ ट्रेन रूट कल से होगा बहाल
स्वतंत्रदेश लखनऊगंगा रेलवे पुल पर ट्रैक की मरम्मत के कारण 20 मार्च से बंद लखनऊ-कानपुर रेल मार्ग का अप ट्रैक 29 अप्रैल से खुल जाएगा। पहले दिन झांसी इंटरसिटी, झांसी पैसेंजर, रायबरेली पैसेंजर, बालामऊ पैसेंजर, मेमू सहित छह जोड़ी ट्रेनें चलेंगी। कानपुर से लखनऊ रूट के करीब दस हजार यात्रियों को राहत मिलेगी। वहीं निरस्त चल रहीं अप-डाउन की 13 ट्रेनें अगले दिन तीस अप्रैल से चलेंगी।गंगाघाट पुल बायां किनारा (गंगापुल) के अप ट्रैक (लखनऊ से कानपुर जाने वाला ट्रैक) की मरम्मत के लिए रेलवे बोर्ड स्वीकृति के बाद 20 मार्च से 30 अप्रैल तक, 42 दिन का मेगा ब्लॉक लागू किया गया था। पुराने स्लीपर हटाकर एच बीम टाइप के नए चैनल स्लीपर लगाए गए हैं। रेलवे ने निर्धारित समय से एक दिन पहले ही काम पूरा कर लेने की जानकारी दी है। लखनऊ मंडल डीआरएम कार्यालय दी गई सूचना के अनुसार 29 अप्रैल से लखनऊ से कानपुर के बीच चलने वाली 64204 मेमू पैसेंजर ट्रेन, 11109-11110 लखनऊ-झांसी इंटसिटी, 51813-51814 लखनऊ-झांसी पैसेंजर, 54153-54154 कानपुर-रायबरेली पैसेंजर, 54325-5326 कानपुर-सीतापुर पैसेंजर, 54335-54336 बालामऊ-कानपुर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि ट्रैक मरम्मत का काम लगभग पूरा हो गया है। जो कुछ बचा है 28 अप्रैल शाम तक पूरा कर लिया जाएगा। 29 से ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से शुरू हो जाएगा।

प्रतिदिन 30 रेलवे कर्मियों ने 328 घंटे में बदले 1706 स्लीपर
गंगा नदी रेलवे पुल के ट्रैक के स्लीपर बदलने के काम में प्रतिदिन 30 रेल कर्मियों को लगाया गया। इस काम के लिए रोजाना 30 रेलवे कर्मियों 328 घंटे में 857 मीटर लंबे पुल पर 1706 स्लीपर बदलने का काम पूरा किया है। हालांकि पहले 15 किलोमीटर प्रति घंटा, अगले दिन 30 किमी और फिर 45 किमी प्रतिघंटा की गति से ट्रेनों का संचालन होगा। डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि इंजीनियरों की देखरेख और कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा रहा कि निर्धारित समय से पहले ही काम पूरा हो गया। उन्होंने पूरी टीम की प्रशंसा भी की थी।