प्रदेश में फरवरी में पड़ी ऐतिहासिक गर्मी, टूटा सात दशक का रिकॉर्ड
स्वतंत्रदेश, लखनऊजलवायु परिवर्तन के भयावह परिणाम धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। लखनऊ में इस साल शरद ऋतु में ठंड तो कम पड़ी ही, इसके अलावा चिंताजनक बात यह है कि ठंड के महीनों में हो रही तपिश और अप्रत्याशित गर्मी दशकों के रिकार्ड तोड़ रही है। यूं तो फरवरी को गुलाबी मौसम कहा जाता है, लेकिन इस बार धूप की तल्खी और रूखी हवाओं की वजह से इसके तेवर अलग हैं। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक बीते नवंबर, दिसंबर और जनवरी में भी गर्मी के मामले में पिछले कई वर्षो का रिकार्ड टूटा है जो डरावने भविष्य की ओर इशारा करता है।

रिकॉर्ड बना रही है फरवरी
राजधानी में इस साल फरवरी के पहले दिन ही तापमान 30 डिग्री और दूसरे दिन 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक के मापन के इतिहास में कभी देखने को नहीं मिला। मौसम विभाग का कहना है कि इस साल फरवरी के पहले पांच दिनों में पड़ी गर्मी ने पिछले कई दशकों का रिकार्ड तोड़ दिया है। इसके पहले साल 2006 में सात फरवरी को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अब सभी को इस साल के सात फरवरी पर गर्मी का एक और कीर्तिमान बनने का भय सता रहा है।