अयोध्या, औद्योगिक विकास और किसान होंगे केंद्र में
स्वतंत्रदेश , लखनऊप्रदेश सरकार बुधवार को सदन में वित्त वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। बजट का मुख्य फोकस अयोध्या, औद्योगिक विकास, त्वरित आर्थिक विकास और किसान पर केंद्रित रह सकता है। अनुपूरक बजट का आकार 42 हजार करोड़ रुपये तक हो सकता है। पिछले वित्त वर्ष का आखिरी अनुपूरक बजट 33,768 करोड़ रुपये था। उसकी तुलना में करीब 8500 करोड़ रुपये ज्यादा हो सकता है। पिछले अनुपूरक बजट में पूंजीगत व्यय के लिए लगभग 20 हजार करोड़ और राजस्व लेखा के लिए करीब 13756 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था।
बजट का केंद्र बिंदु अयोध्या और तीर्थ विकास परिषद हो सकता है। 22 जनवरी को नव्य अयोध्या के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसके अतिरिक्त राज्य राजधानी क्षेत्र को तरजीह देते हुए प्रावधान किए जा सकते हैं।
बजट में हो सकती हैं ये घोषणाएं
– आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के 60 किलोमीटर के नये लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए प्रावधान
– चार लेन के 14 किमी लंबे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
– फर्रुखाबाद को गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ने के प्रस्ताव की तैयारी
– पांच एक्सप्रेस के दोनों किनारों पर तीस औद्योगिक गलियारों की स्थापना के लिए प्रारंभिक राशि
-गन्ने के बकाया भुगतान के लिए स्पेशल पैकेज लाने की संभावना
-साइबर हेल्पलाइन और थानों में महिला डेस्क के लिए बजट के आसार
-नए मेडिकल कालेज, डाक्टर, वेतन व अन्य मदों के लिए प्रावधान
-पावर कारपोरेशन के लिए, किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली के लिए पर्याप्त बजट देने की संभावना
– त्वरित आर्थिक विकास के लिए अलग पैकेज
-सड़कों की मरम्मत के लिए 5000 करोड़ रुपये आवंटन की संभावना
-15 लाख टैबलेट खरीद के लिए बजट की व्यवस्था