महिला कर्मचारी देर रात तक धरने पर बैठीं
स्वतंत्रदेश , लखनऊआउटसोर्स से यूपी-112 मुख्यालय में तैनात सैकड़ों महिला कर्मचारी सोमवार दोपहर को वेतन बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर धरने पर बैठ गईं। पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ और देर रात तक जारी रहा। बिजली आपूर्ति बंद करने के बावजूद वह अपनी मांगों को पूरा कराने को लेकर अड़ी रहीं।
यूपी-112 में आउटसोर्स से करीब 300 महिला कर्मचारी तैनात हैं। सोमवार दोपहर करीब दो बजे वे धरने पर बैठ गईं। उनकी मांग है कि उनका वेतन बढ़ाया जाए। साथ ही नई कंपनी पहले से कार्यरत कर्मियों को नियुक्ति पत्र जारी करे। महिला कर्मी प्रतिभा, दिव्या, पूजा सिंह व हर्षिता ने बताया कि सात साल से सभी महिलाएं यूपी-112 में कम्युनिकेशन ऑफिसर (कॉल टेकर) के पद पर कार्यरत हैं।
टेक महिंद्रा कंपनी ने उनका चयन किया था। पिछले सप्ताह टेक महिंद्रा कंपनी को बदलकर वी विन कंपनी को इसका टेंडर हो गया है। आरोप है कि नई कंपनी इन महिलाओं को बाहर करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने न तो वेतन दिया है और न ही नियुक्ति पत्र। कंपनी ने नई भर्ती भी शुरू कर दी है। इससे नाराज महिलाकर्मियों ने दोपहर दो बजे डायल 112 के पीछे गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ बढ़ने पर महिलाएं 112 मुख्यालय के मेन गेट पर पहुंच गईं। यहां रोड जाम कर धरने पर बैठ गईं। इन्हें मनाने डीसीपी, एडीसीपी व अन्य अफसर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी।
गर्भवती महिलाकर्मियों को बाहर निकलने से रोका
पूजा सिंह के मुताबिक गर्भवती महिला कर्मियों समेत भारी संख्या में महिलाओं को पुलिस ने डायल 112 के अंदर बंद करके रखा, ताकि वह प्रदर्शन में शामिल न हो सकें। हालांकि, काफी विरोध के बाद कई घंटे बाद उनको छोड़ा गया। आरोप है कि कई महिलाओं को पुलिस ने जबरन हटाने का प्रयास किया। नाराज महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि उनकी वार्ता नई टेंडर कंपनी वी विन के जिम्मेदार अफसर से कराई जाए, जिससे बातचीत के सार्थक परिणाम निकल सकें।