यूपी में निर्माण कार्यों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि यूपी की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए तेजी से काम करना होगा। व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए ज्यादा से ज्यादा टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाए। जन्म मृत्य रजिस्ट्रेशन की तर्ज पर ही हर प्रकार के निर्माण कार्यों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। तभी जाकर लक्ष्य पूरा होगा। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में सुधार का करें प्रयास
सीएम योगी ने कहा कि सभी विभाग आय जनरेट करने के लिए अपने संसाधनों का पूरा-पूरा उपयोग करें। व्यापारियों को ट्रांसपैरेंट व्यवस्था देते हुए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में और अधिक सुधार के प्रयास होने चाहिए। व्यवस्था को इतना पारदर्शी बनाएं, जिससे प्रदेश में व्यापार कर रहे किसी भी व्यक्ति के मन मे थोड़ा भी भय न रहे।उन्होंने कहा कि यूपी के पास एमएसएमई का 96 लाख यूनिट्स का बेस है। वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए इसे लेकर बड़े स्तर पर योजना बनाने की आवश्यकता है।
सीएम योगी ने कहा कि सभी विभाग आय जनरेट करने के लिए अपने संसाधनों का पूरा-पूरा उपयोग करें।
निर्माण कार्यों का कराया जाए बीमा
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जन्म मृत्य रजिस्ट्रेशन की तर्ज पर ही सभी प्रकार के निर्माण कार्यों का रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। इसके लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करें। शहर और गांवों में होने वाले हर निर्माण कार्य का डेटा हमारे पास होना चाहिए। इस व्यवस्था के साथ पंजीकृत होने वाले निर्माण कार्यों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त करें। रजिस्टर्ड निर्माण कार्यों के दौरान या बाद में अगर कोई दुर्घटना होती है तो उसके लिए बीमा की व्यवस्था करें। और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रत्येक निर्माण का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। साथ ही ये ध्यान रखा जाए कोई भी निर्माण कार्य बंजर और अनुपजाऊ भूमि पर ही होना चाहिए। निर्माण कार्य कृषि योग्य भूमि पर न होने पाए।