क्या यूपी में पूरी तरह से बैन हो जाएगी आदिपुरुष?
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:सोशल मीडिया में फिल्म की आलोचना के बाद फिल्म आदिपुरुष अब कानूनी पचड़ों में भी पड़ सकती है। फिल्म आदिपुरुष पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की गुहार वाली दो अर्जियां बृहस्पतिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में दाखिल की गईं।इसमें हाल ही में रिलीज इस फिल्म में श्रीराम कथा को बदलकर निम्नस्तरीय दिखाने का आरोप है। याचिकाकर्ता कुलदीप तिवारी ने मामले में विचाराधीन जनहित याचिका में ये दोनों अर्जियां दाखिल कर फिल्म में संशोधन करने और संवाद लेखक मनोज मुंतशिर को पक्षकार बनाने का अनुरोध किया है। इस मामले में 26 जून को सुनवाई होगी।
याची ने कहा कि आपत्तिजनक सामग्री और सनातन आस्था के साथ जानबूझकर किए गए प्रहार को रोकते हुए फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए जाएं। इससे पहले दो अक्तूबर 2022 को फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने पर उसमें कई आपत्तिजनक तथ्य होने की बात कहते हुए याची ने ट्रेलर व फिल्म दोनों पर प्रतिबंध लगाने की याचिका दाखिल की थी। इस पर कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को नोटिस जारी किया था।
सेंसर बोर्ड ने जवाब नहीं दिया था
याची का कहना है कि नोटिस के बावजूद सेंसर बोर्ड ने जवाब नहीं दिया। फिल्म निर्माता ने इसकी रिलीज तारीख को छह महीने के लिए यह कह कर टाल दिया कि हम सुधार करेंगे। फिल्म आने पर पता चला कि इसमें आपत्तिजनक सामग्री मौजूद है।मालूम हो कि रिलीज के बाद से ही यह फिल्म विवादों में है। इस फिल्म में जिस तरह से पौराणिक पात्रों को दर्शाया गया है उसको लेकर सोशल मीडिया में तीखी आलोचना हुई। इसके अलावा फिल्म के संवादों की भी तीखी निंदा हुई। बाद में कुछ चुनिंदा संवाद बदले भी गए हैं।