किडनी स्टोन की हर्बल दवा तैयार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी से ग्रसित लोगों के लिए अच्छी खबर है। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआइ) द्वारा विकसित हर्बल दवा को लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को दवा कंपनी को सौंपा जाएगा। इसके बाद जल्द ही यह दवा बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। दवा के केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग में किए गए परीक्षण सफल पाए गए हैं। दावा है कि हर्बल दवा पथरी पथरी गलाने के साथ किडनी में जो जख्म होंगे उन्हें भी भर देगी।
इस हर्बल दवा को गंगा के मैदानी क्षेत्र में पाए जाने वाले पांच पौधों से तैयार किया गया है। दवा की सेफ्टी को व टॉक्सीसिटी की जांच भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (आइआइटीआर) से कराई गई है। एनबीआरए के निदेशक डॉ.एसके बारिक कहते हैं कि किडनी स्टोन का दर्द झेल रहे लोगों के लिए यह हर्बल दवा रामबाण साबित होगी।
एनडीआरआई के फार्माकोग्नोसी विभाग के प्रमुख डॉ.शरद श्रीवास्तव बताते हैं कि दवा को बनाने में मात्र पांच वनस्पतियों का प्रयोग किया गया है जो बहुतायत में उपलब्ध हैं। वहीं बाजार में पथरी के इलाज के लिए जो दवाएं उपलब्ध हैं उनमें 22 व 27 तत्वों का प्रयोग किया गया है। दवा का परीक्षण केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग में विभाग अध्यक्ष डॉ.एसएन शंखवार की देखरेख में किया गया है डॉक्टरों के अनुसार एनबीआरआई द्वारा विकसित यह हर्बल दवा किडनी स्टोन के इलाज में बहुत प्रभावी पाई गई है। डॉ.श्रीवास्तव का दावा है कि जो एलोपेथिक दवा टेमसुलोसिन किडनी स्टोन के लिए दी जाती है जिसके अपने कुप्रभाव होते हैं।
बढ़ रही है किडनी स्टोन की समस्या
डेडलाइंस का दबाव और घंटों कुर्सी पर बैठे रहना, काम के दौरान यूरिन कंट्रोल करना, अनियमित खानपान, जंक फूड जैसी जीवन शैली से लोगों में किडनी स्टोन की समस्या बढ़ रही है। यह जीवनशैली डायबिटीज व हृदय-रोगों के अलावा किडनी स्टोन को भी जन्म दे रही है। कुछ लोग पानी कम पीते हैं इससे भी दिक्कत हो सकती है।वहीं कुछ लोगों में आनुवांशिक कारण भी देखे गए हैं।
क्या है किडनी स्टोन
किडनी स्टोन यूरिन में मौजूद सॉल्ट व मिनरल्स से मिलकर बनते है। पथरी धूल-कणों जितनी छोटी भी हो सकती है और बड़ी भी। ये सभी तत्व पेशाब के जरिये बाहर निकलते हैं। लेकिन जब इनका आकार बड़ा हो जाता है तो यह नहीं निकल पाते जिससे असहनीय दर्द होता है। हर वर्ष लगभग तीन करोड़ लोग इन समस्याओं के चलते अस्पताल जाते हैं और इनमें से एक चौथाई से अधिक इमरजेंसी में भर्ती होते हैं। पुरुषों में समस्या अधिक होती है।
एनबीआरआई का वार्षिकोत्सव मंगलवार को
एनबीआरआई अपना 67 वार्षिकोत्सव मंगलवार को मनाएगा। इस अवसर पर संस्थान द्वारा किडनी स्टोन के लिए विकसित हर्बल दवा की प्रौद्योगिकी भारत की एक बड़ी दवा कंपनी को सौंपी जाएगी।